दिल्ली : विश्व स्वास्थय संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक दुनिया में तीसरी लहर आ चुकी है और यह अपने शुरुआती दौर में है। डब्लूएचओ का कहना है कि दुनिया भर में केसों में इजाफा दिख रहा है। खासतौर पर तीन देशों के तीन स्थानों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है क्योंकि कोरोना के सबसे ज्यादा मामले इन्हीं जगहों से आ रहे हैं। इस वजह से दूसरे राज्यों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। सबसे ज्यादा संक्रमण के कारण अमेरिका के फ्लोरिडा, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी और भारत के केरल में समानता पाई जा रही है।
केरल: भारत की बात करें तो कोरोना के नए मामले सबसे ज्यादा इसी राज्य से मिल रहे हैं। देश में जितने मामले आ रहे हैं उसमें आधे अकेले केरल से ही है। रविवार को भारत में कुल 41,831 नए केस मिल थे जिसमें केरल से 20,624 मामले आए। केरल में नए मामलों के बढ़ने से केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ विशेषज्ञों को भी परेशानी में डाल दिया है। यह हाल तब है जब केरल में वैक्सीनेशन में सबसे आगे रहने वाले राज्यों में रहा है। केरल में 28 जुलाई तक 1करोड़ 87 लाख लोगों को वैक्सीन लगा चुका है।
इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल (आईसीएमआर) की तरफ से कराए गए सीरो सर्वे के मुताबिक मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और बिहार समेत देश के आठ राज्यों में 70 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई है। जबकि सबसे ज्यादा मामले वाले राज्य केरल में यह आंकड़ा महज 44.4 फीसदी है। राज्य के 56 फीसदी लोगों में अभी कोरोना होने का खतरा बना हुआ है, क्योंकि इतनी आबादी में एंटीबॉडी की कमी है। इसी वजह से इस राज्य में संक्रमण बढ़ रहा है। यहां जांच संक्रमण दर (टीपीआर) पिछले सप्ताह 12 फीसदी के पार हो गई। केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण दूसरे राज्य भी सतर्क हो गए हैं। तमिलनाडु ने इस राज्य से आने वाले सभी लोगों के लिए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट जरूरी कर दिया है। यह नियम 5 अगस्त से लागू होगा।
फ्लोरिडा: फ्लोरिडा में बीते शुक्रवार को कोरोना के 21,683 नए मामले आए। अमेरिका में महामारी की शुरुआत के बाद से यह एक दिन में आने वाला सबसे अधिक मामला रहा। यहां संक्रमण डेल्टा वैरिएंट के कारण बढ़ रहा है। बेहद संक्रामक डेल्टा स्वरूप के लगातार फैलने से फ्लोरिडा अमेरिका में वायरस का नया केंद्र बन गया है। देश के सभी नए मामलों का करीब पांचवा हिस्सा फ्लोरिडा से ही आ रहा है।
यह आंकड़ा यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की वेबसाइट पर शनिवार को जारी की गई है। केवल एक दिन पहले, यहां 17,093 नए केस मिले थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां मामले कितने तेजी से बढ़ रहे हैं। टीकाकरण से पहले यहां 7 जनवरी को 19,334 मामले आए थे। फ्लोरिडा की लगभग 48.7 प्रतिशत आबादी को अभी तक पूरा टीका लगाया गया है। बीते सप्ताह कोरोना के कारण यहां संक्रमण से 409 लोगों की मौत हो गई है। अब तक कोरोना से अमेरिका में छह लाख मौतें हो चुकी हैं।
फ्लोरिडा हॉस्पिटल एसोसिएशन ने शुक्रवार को कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मामले पिछले सप्ताह के मुकाबले 50 फीसदी बढ़ गए हैं। अभी 9,300 मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि इससे पहले 23 जुलाई 2020 को 10,179 मरीज भर्ती थे। राज्य की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में से एक एडवेंटहेल्थ के सेंट्रल फ्लोरिडा डिवीजन ने सलाह दी कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अभी अस्पतालों कोई गैर-आपातकालीन सर्जरी नहीं की जाए।
सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े सिडनी में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां शनिवार को कोरोना के 239 नए मामले सामने आए हैं। ऑस्ट्रेलिया की सिडनी में करीब एक माह से लॉकडाउन लगा हुआ है। यहां अब तक तीन बार लॉकडाउन बढ़ाया जा चुका है। पिछले हफ्ते न्यू साउथ वेल्स राज्य सरकार ने कम से कम 28 अगस्त तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। इस वक्त ऑस्ट्रेलिया की 2.6 करोड़ की आबादी में से आधी आबादी लॉकडाउन के कारण घरों में बंद है। लॉकडाउन के कारण लोगों में हताशा पनप रही है। एक हफ्ते पहले लॉकडाउन विरोधी हिंसक प्रदर्शन हुआ था जिसके बाद किसी भी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए सिडनी में शनिवार को 1,300 से अधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने पहले और दूसरे चरण में महामारी पर बहुत हद तक काबू पा लिया था। 34,000 से अधिक मामलों और 924 मौतों के साथ महामारी को बड़े पैमाने पर नियंत्रण में रखने में ऑस्ट्रेलिया को कामयाबी मिली थी। लेकिन धीमे टीकाकरण अभियान के कारण फिर से केस बढ़ने लगे हैं। ऑस्ट्रेलिया में अभी तक केवल 15 प्रतिशत वयस्क लोगों का पूरी तरह से वैक्सीनेशन हुआ है।