
भारत में कुछ बड़ा होने वाला है, सैन्य अभ्यास शुरू
इंडिया Live:भारत ने अपने राफेल विमान युद्धाभ्यास में उतार दिए हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की है। सरकार ने सभी दलों की बैठक बुलाकर चर्चा की है।
रूस की मीडिया का कहना है कि दो न्यूक्लियर देशों के बीच कुछ बड़ा होने वाला है। PM मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) ने 5 पॉइंट एक्शन लागू किया। इसमें सिंधु जल संधि स्थगित करना, अटारी-वाघा चेक पोस्ट को बंद करना और SAARC वीजा छूट योजना को बंद करना शामिल था। सिंधु जल प्रणाली पर पाकिस्तान की 90% खेती निर्भर है। पीने का पानी और बिजली उत्पादन के लिए भी ये पानी बेहद जरूरी है। पाकिस्तान ने कहा, ‘अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा।’ हमले के वक्त PM नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के दौरे पर थे। उन्होंने ट्वीट किया- इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पीएम ने गृहमंत्री को कश्मीर जाने को कहा। 7 घंटे के भीतर अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और उच्च स्तरीय बैठक की। PM मोदी भी दौरा छोटा करके देश लौट आए। भारतीय वायुसेना ने सैन्य अभ्यास ‘आक्रमण’ शुरू किया, जिसमें पहाड़ी और जमीनी ठिकानों पर हवाई हमलों का अभ्यास किया गया। इसमें राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल हैं। इसके अलावा भारत ने अरब सागर में नई मिसाइल का परीक्षण भी किया।
हमले के 52 घंटे बाद: शाह ने राष्ट्रपति से मुलाकात की अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। बताया गया कि पहलगाम हमले का ब्रीफ देने गए थे, लेकिन अंदरखाने की बात सामने नहीं आई।
24 अप्रैल को रशियन टुडे (RT) ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘पाकिस्तान ने इंडियन एयरक्राफ्ट वाले रास्ते को नो-फ्लाई जोन घोषित किया। दो न्यूक्लियर देशों के बीच कुछ बड़ा होने वाला है। भारत ने अपने एयरक्राफ्ट कैरियर को अरब सागर में आगे बढ़ाया है, जो युद्ध की तैयारियों का संकेत हो सकता है।’ सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने माना कि पहलगाम हमले में सुरक्षा में चूक हुई। आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग हुई। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा- ‘हम हर एक्शन पर सरकार के साथ हैं।’