निमोनिया से बचाव को आशा व एएनएम होंगी दक्ष
बहराइच : तराई में निमोनिया प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग व सेव द चिल्ड्रेन के सहयोग से विश्वास कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत फ्रंट लाइन के स्वास्थ्य कार्यकर्ता एएनएम और आशा की क्षमता वृद्धि के लिए जनपद के दो ब्लाकों पयागपुर और हुजूरपुर में निमोनिया स्किल लैब की स्थापना की जानी थी । जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पयागपुर में निमोनिया स्किल लैब का उद्घाटन मंगलवार को एडी हेल्थ डॉ अरविंद कुमार ओझा ने किया
इस मौके पर उन्होने बताया कि निमोनिया स्किल लैब क्षेत्र की आशा और एएनएम को दक्ष करने मदद करेगा । जिससे निमोनिया से होने वाली मौतों में गिरावट आएगी । उन्होने बताया कि स्किल लैब में आशा और एएनएम को निमोनिया के लक्षणों की जानकारी के साथ जल्द ही खतरों को पहचान कर प्राथमिक उपचार व संदर्भन करना सिखाया जाएगा दक्ष आशाएँ गृह भ्रमण के दौरान नवजात शिशुओं में निमोनिया के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर प्राथमिक उपचार व गंभीर निमोनिया से ग्रसित शिशुओं को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर करेंगी
इस दौरान आशाओं को सेव द चिल्ड्रेन की तरफ से आशा निमोनिया किट जिसमें थर्मामीटर, साँसों कि गिनती के लिए टाइमर , केस रेकॉर्ड शीट , एएमयू टेप व आईईसी माटेरियल वितरित किया गया । इस मौके पर अधीक्षक मृत्युंजय पाठक , मेडिकल ऑफिसर डॉ संदीप मिश्रा, एसीएमओ प्रशासन डॉ योगिता जैन , सेव द चिल्ड्रेन के प्रोग्राम मैनेजर अनिल तिवारी , बीपीएम अनुपम शुक्ला व बीसीपीएम धर्मेन्द्र मिश्रा सहित कई लोग उपस्थित रहे ।