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किशोरी की हालत बिगड़ी,वेंटिलेटर पर रखा गया,सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त 

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गंभीर हालत में मिलने के बाद किशोरी को कानपुर में एक हाँस्पिटल में भर्ती कराया गया  

कानपुर :  जनपद उन्नाव के असोहा क्षेत्र के एक गांव में दो किशोरियों की मौत व एक के गंभीर हालत में मिलने के बाद कानपुर में एक हाँस्पिटल में भर्ती कराया गया है। गुरुवार सुबह करीब चार बजे तीसरी बेटी की अचानक हालत बिगड़ गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है। गंभीर किशोरी के भाई ने बातचीत में बताया कि गांव में जिस वक्त यह घटना हुई वह बाजार गया था। गांव के परिचितों से मामले की जानकारी होने पर वह घटनास्थल लाही वाले खेत के लिए चल पड़ा। जहां रास्ते में उसे पुलिस ग्रामीणों के साथ तीनों बच्चियों को लेकर आती मिली थी। आखिर बच्चियों के साथ क्या हुआ कोई नहीं जानता। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है। घटना के पीछे क्या कारण हो सकता है इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। इस दौरान  हाँस्पिटल के अंदर व बाहर कई थानों के थाना प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स को तैनात किया गया।

चारा लेने गई थीं तीनों किशोरियां  

जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही किशोरी की मां ने बताया है कि तीनों बालिकाएं रोज चारा लेने जाती थीं और जल्द ही घर लौट आती थीं। बुधवार को शाम होने लगी तब उनकी चिंता और भी बढ़ गई। घंटों खाेजबीन के बाद उनके दुपट्टा ओढ़े उनको उन्हें उनकी बेटी मिली जिसकी सांसे कुछ कुछ चल रही थीं।

किशोरी के लेकर पुलिस के साथ अस्पताल आए करीबी रिश्तेदार ने बताया कि अचेत अवस्था में मिली किशोरी के बाएं पैर की उंगलियों में चोट होने से सूजन मिली है। जबकि गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह का कहना था कि किशोरी के शरीर पर कोई भी जाहिरा चोट और हाथ पैर बांधने के निशान नहीं मिले हैं। जहरीला पदार्थ खाने की आशंका है। ऐसा तीनों ने क्यों किया यह अभी पहेली बना है। घटनास्थल पर कोई रिश्तेदार युवक सबसे पहले मौके पर पहुंचा था। जो घटना के बाद से गायब है। वहीं किशोरी की मां घटना के बाद से बेसुध हैं। बार बार उठती हैं और बेहोश हो जाती हैं। परिवार की माली हालत भी बहुत कमजोर है।

भीम आर्मी के लोगों ने रीजेंसी हॉस्पिटल का किया घेराव

शहर के रीजेंसी अस्पतला पहुंचे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा कियाव। रोकने गई पुलिस के साथ भी काफी देर तक बहस हुई। इस दौरान जब एसपी पश्चिम अनिल कुमार समझाने पहुंचे तो उनसे भी नोकझोंक हुई। भीम आर्मी के सदस्यों ने मांग की कि पीड़िता को दिल्ली के हॉस्पिटल में रेफर किया जाए।

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