प्रयागराज : लालापुर क्षेत्र में इन दिनों फर्जी पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई है। फर्जी पत्रकारों का कुकृत्य लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकरिता के मापदंड को तार-तार करने वाला है।
पत्रकरिता इनके लिए सिर्फ भौकाल और माहौल बनाने का माध्यम भर है, जिसके चलते असली पत्रकारों को समाज शर्मसार होना पड़ रहा है। ऐसे पत्रकारों के चलते अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है, वहीं वास्तविक पत्रकारों को भी लोग संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। तथाकथित फर्जी पत्रकारों की कारगुजारियों के चलते मीडिया और पत्रकरिता से आमजन का भरोसा उठने लगा है। गौरतलब है कि मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का दर्जा प्राप्त है। आजादी की लड़ाई से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में पत्रकारों की अहम भूमिका रही है।