देवरिया: उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डाॅ0 देवेन्द्र शर्मा (राज्यमंत्री स्तर) की
अध्यक्षता में विकास भवन स्थित गांधी सभागार देवरिया में बहुविभागीय समीक्षा बैठक की गयी। बैठक के प्रारम्भ में अनिल कुमार सोनकर, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा स्वागत कर विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृति जानकारी दी गयी। सर्वप्रथम उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कोविड-19 के अंतर्गत एक बालक को लैपटाप दिया गया तथा बाल सेवा योजना (सामान्य) के अनुमोदित 07 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र प्रदान की गयी। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि बाल सेवा योजना के अन्तर्गत 439 बच्चों को लाभान्वित कराया जा रहा है तथा बाल सेवा योजना सामान्य के अन्तर्गत 374 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत 24840 लाभार्थियों को योजना से आच्छादित किया गया है।
मा0 अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि बाल संरक्षण की सभी समितियों की जिम्मेदारी सभी बाल संरक्षण स्टेक होल्डर्स की है। बाल संरक्षण समिति के सदस्य सचिव के द्वारा सभी समितियों की नियमित त्रैमासिक बैठक करायी जाए तथा बच्चों के बाल विवाह, बाल श्रम एवं मानव तस्करी को रोका जाए एवं वार्ड एवं ग्राम स्तर पर बच्चों का डाटा बेस तैयार कराया जाए।
मा0 अध्यक्ष के द्वारा घरों में काम करने वाले रसोईया, चैकिदार, माली, सुरक्षा गार्ड, कपड़ा धोने वाला, ड्राईवर एवं अन्य काम करने वाले लोगों के परिवारों को भी सरकार की योजनाओं से जोड़ा जाए। श्रम प्रर्वतन अधिकारी द्वारा उनके विभाग में संचालित सभाी योजनाओं की जानकारी दी गयी। ई-श्रम कार्ड एवं पंजीकृत श्रमिकों के लाभ के बारे में बताया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित कस्तुरबा गांधी विद्यालय आर0टी0ई0 के अन्तर्गत 176 बच्चों का नामांकन कराया गया है, जिस पर मा0 अध्यक्ष ने बताया कि आर0टी0ई0 का लाभ आशा, आंगनबाडी, कार्यकत्री, रसोईया, सफाईकर्मी, पंचायत सहायक एवं मिनिमम वेतन पाने वाले बच्चों को इस योजना का लाभ दिलाया जाए।
समाज कल्याण अधिकारी के द्वारा समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के बारे में विस्तृत एवं उनके आनलाईन पंजीकरण के बारे में जानकारी दी गयी, जिसपे पर अध्यक्ष के द्वारा निर्देश दिये गये कि जनपद के सभी विद्यालयों में गठित एक युद्ध नशे के विरूद्ध प्रहरी कल्ब को एक स्थान पर बुलाकर उनके साथ बैठक एवं प्रशिक्षण कराने की जिम्मेदारी जिला समाज कल्याण अधिकारी की होगी। मा0 अध्यक्ष जी के द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये गये है कि सभी विद्यालयों में प्रहरी कल्ब की गठन एवं बैठक की सूचना नियमित जिला प्रोबेशन अधिकारी को उपलब्ध करायें। जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों तथा अपने विभाग से सम्बंधित विस्तृत जानकारी दी गयी।
उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ राजेन्द्र प्रसाद ने बताया गया कि आयुषमान कार्ड 2011 की वी0पी0एल0 के आधार पर बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये गये अपने सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर प्रमुख सुरक्षा हेल्प लाईन एक युद्ध नशे के विरूद्ध एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग के बारे में पेटिंग करायी जाए। अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि बाल संरक्षण के क्षेत्र में विशेष किशोर पुलिस इकाई की नियमित मासिक समीक्षा बैठक की जा रही है। सभी थानों पर नामित बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मा0 अध्यक्ष जी के द्वारा सभी को समन्वयक बनाकर बच्चों के हित में कार्य करने के लिए निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा अपने ध्यन्वाद ज्ञापन में मा0 अध्यक्ष जी को यह भरोसा दिलाया कि महोदय के द्वारा जो भी निर्देश दिये गये है उसका अक्षरस अनुपालन कराया जायेगा। बैठक में जिला अबकारी अधिकारी, जिला ड्रग्स इन्सपेक्टर, जिला युवा अधिकारी, औशधी निरीक्षक, ए0डी0आई0ओ0एस0, अध्यक्ष/सदस्य बाल कल्याण समिति, प्रभारी थाना ए0एच0टी0यू0, प्रभारी थाना महिला, डी0पी0एन0 पंचायती राज, जयप्रकाश तिवारी संरक्षण अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाई एवं महिला कल्याण विभाग के कार्मिक आदि।