
यूपी : लगातार चर्चा में चल रहे धर्म परिवर्तन के मामले में एनसीआर क्षेत्र के खुफिया विभाग, पुलिस टीम व एटीएस की टीमें सक्रिय हो गई हैं। रविवार को फरीदाबाद के एनआईटी पांच में महिला से पूछताछ के बाद अब शहर में रह रहे अन्य ऐसे लोगों से भी पूछताछ शुरू हो चुकी है जो हिंदू धर्म को छोड़कर मुस्लिम धर्म अपना चुके हैं। इसी कड़ी में एनआईटी1 स्थित ए ब्लॉक में रह रहे एक परिवार से भी पूछताछ हुई है। यहां रह रहे युवक का परिवार साल 2014 में हिंदू धर्म को छोड़ चुका है। हालांकि युवक अपनी पुरानी पहचान को भी साथ ही रखे हुए है। युवक साल 2014 से पहले अपने नाम के साथ सेठी लगाता था। उसके बाद से सेठी खान लिखने लगा।
जांच एजेंसियां इस बात को पुख्ता करने में जुटी में हैं कि लोगों ने अपना धर्म किसी दबाव या लालच में नही बदला हो। केंद्रीय स्तर की एक जांच एजेंसी के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते उससे पूछताछ की। युवक ने बताया कि वह आर्थिक रूप से बिल्कुल कमजोर हो गया था। साल 2014 में वह एक मुस्लिम युवक से मिला और धर्म परिवर्तन के बारे में जाना। उसके ऊपर कोई दबाव नहीं था, हालांकि उसे आर्थिक मदद जरूर की गई थी। जिससे उसका परिवार आर्थिक रूप से बेहतर हो सका है। युवक का भाई भी उसी घर में अलग फ्लोर पर रहता है। उसने धर्म नहीं बदला है।
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम द्वारा काबू किए गए आरोपी उमर गौतम से भी युवक मिल चुका है। उमर धौज के एक गांव में चल रही इस्लामिक एनजीओ का सदस्य भी है। वह यहां एक दो बार आया भी है। उमर ही दिल्ली में इस्लामिक दावा सेंटर चला रहा था। एनआईटी निवासी युवक के पास जो धर्म परिवर्तन दस्तावेज हैं, उन पर उमर गौतम के हस्ताक्षर हैं। एनआईटी निवासी परिवार के ऊपर किसी तरह के कोई आरोप नहीं हैं। इसके अलावा शहर के कई इलाकों में रह रहे लोगों से लिस्ट के माध्यम से पूछताछ जारी है।