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मात्र 14 किमी सडक ठेके की लागत लगभग 24 करोड मगर एक ही बरसात मे गिट्टियां बिखर रही हुआ गढ्ढों मे तब्दील

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कुशीनगर: जनपद के मथौली रामकोला मार्ग का चौडीकरण का ठेका ठीकेदार को मिला लगभग 24 करोड़ बनते ही मात्र तीन महीने मे भूसे की तरह बिखरने लगी गिट्टियां जगह जगह गढ्ढों मे तब्दील होने लगी जनसामान्य मे सडक निर्माण मे कथित घटिया निर्माण को लेकर आलोचनाएं होने लगीं बात मीडिया मे जा पहुंची समाचारपत्र के मोटे मोटे हेडिंग मे सडक की घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार की बात प्रकाशित होते ही हडकंप मच गया आनन फानन मे प्रत्येक तीन महीने छ महीने मे ठीकेदार ने मशीनों को भेजकर जल्दी जल्दी लेपन कराकर सडक भ्रष्टाचार के पाप को ढकने की जबरन कोशिश की मगर यह क्या तीन महीने बीते फिर गिट्टियां हवाओं मे बिखरने लगीं महज दो साल के अंदर चार से पांच बार लेपन करवाना पडा मगर सडक हर बार बिखर उठी! बताते चलें कि मथौली रामकोला सडक जिसकी कुल लम्बाई महज 14 किमी है जो पहले सिंगल लेन के रुप मे निर्मित हुई थी यह सडक जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली मुख्य सडकों मे एक था मगर सडक गढ्ढों मे तब्दील थी राहगीरों के साथ हादसे होने लगे थे कुछ लोगों की इस सडक पर दुर्घटनाओं मे मौते भी हो चुकी थी 2019 के लोकसभा चुनावों के समय जब राजनैतिक दल चुनाव प्रचार मे लगे थे उस समय उनके प्रत्याशी और राष्ट्रीय नेताओं को भी भी इस हिचकोलों वाली सडक से गुजरना पडा चुनाव सम्पन्न हुए तो जिला प्रशासन ने सडक निर्माण करवाने के लिए सरकारी कार्यदायी संस्था सार्वजनिक निर्माण विभाग कुशीनगर को सडक निर्माण हेतु टेंडर डालने को कहा टेंडर हुआ चौडीकरण कर दो लेन मे बनाने और उच्च गुणवत्ता युक्त सडक निर्माण करवाने के लिए! मात्र 14 किमी की सडक का ठेका लगभग 24 करोड़ मे हुआ निर्माण शुरू हुआ

तभी से ठीकेदार ने घटिया निर्माण करवाने लगा था सडक जैसे जैसे तो बन गयी मगर बनने के महज तीन बाद ही उसके लेपन उडकर हवाओं मे बिखरने लगे उसके बाद मोटी गिट्टियां भी निकलने लगे सडक का निर्माण होते ही बिखरना चर्चा का विषय बन गया लोग शासन और प्रशासन को कोसने लगे थे बात अब बिगडनी लगी मीडिया ने सचित्र खबरों का प्रकाशन कर पूरी तरह से भ्रष्टाचारियों को नंगा कर के रख दिया प्रशासनिक अधिकारियों ने सडक की जांच शुरू कर दी मगर कहावत है जैसे किसी चमड़े के आलीशान महल को एक कुत्ता अधिक समय तक रखवाली नही सकता अंततः उसे काट खायेगा फिर लीपापोती हुयी अचानक लेपन करने वाली मशीनों के साथ ठीकेदार महराज सडक पर प्रकट हुए और अपने पार्षदों से गढ्ढों मे मोटी गिट्टियां डालकर त्वरित लेपन करने का आदेश दिया इस तरह जहाँ जहा सडक बिखरी वहाँ वहाँ सडक चमचमा उठी इस तरह सडक कुछ नये तो कुछ पुराने अंदाज मे दिखाई देने लगी भ्रष्टाचार की भेट चढी यह सडक अपने दुर्भाग्य पर आंसू बहा रही है बीते महीने मे बरसात होते ही सडक फिर बिखरने लगी गढ्ढों मे तब्दील हो रही है मगर ताज्जुब आज तक कुशीनगर जिला प्रशासन ने कोई संज्ञान ही नही लिया है राहगीर वाहनों से गिरकर चोटिल हो रहें है सवारी वाहनों को चलाने वाले कैसे भी चला रहें हैं इस तरह केन्द्र सरकार का भ्रष्टाचार मुक्त नया भारत का सपना चूर चूर होकर धाराशायी हो रहा है!

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