
सुबह-सुबह धरती ने दिखाया रौद्र रूप !
• कोलकाता में मंगलवार की सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी और 91 किलोमीटर गहराई में था। कोलकाता के पास भूकंप की पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने की है।भूकंप के झटकों से लोगों में थोड़ी देर के लिए दहशत फैल गई। गनीमत रही कि किसी के भी क्षति या हताहत की तत्काल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। भूकंप के बाद सावधानी से बाहर निकलें और अपने आसपास की स्थिति का मूल्यांकन करें।
• यदि आपके आसपास कोई चोटिल है, तो उनकी मदद करें और यदि संभव हो तो उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाएं।
• भूकंप के बाद गैस और बिजली की जांच करें और यदि कोई समस्या है, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।
• यदि आपका घर या इमारत सुरक्षित नहीं है, तो सुरक्षित स्थान पर जाएं और वहां तक रहने के लिए आवश्यक वस्तुओं को साथ ले जाएं।
भूकंप के झटके पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में तेज महसूस हुए। दहशत में घर के बाहर निकले लोगों ने बताया कि किस तरह उन्होंने ये झटके महसूस किए। एक युवती ने बताया कि वह सोकर उठी और बिस्तर पर बैठी थी कि उसका सिर घूमने सा लगा, पहले उसे लगा कि शायद चक्कर आ रहा है लेकिन जब उसने भूकंप का शोर सुना तो घर के बाहर भागी। इससे पहले दिल्ली-एनसीआर में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस हुए थे। दिल्ली में बीते सात दिनों के अंदर तीन बार भूकंप आ चुका है। यह इलाका भूकंप के खतरे के रेड जोन में है। लोगों से दहशत में न आने की अपील की गई है।
बंगाल का जलपाईगुड़ी और कूच बिहार के उत्तरी जिलों के पश्चिमी भाग भूकंप के जोन V में स्थित हैं। दार्जिलिंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, मालदह, 24 उत्तर परगना और 24 दक्षिण परगना जिलों के साथ इन दो जिलों के शेष हिस्से जोन IV में आते हैं।