लखनऊ: (सिटिज़न वॉइस) कोरोना वायरस के बीच राजधानी में लॉक डाउन का खासा असर सड़कों पर दिखा है। हांलाकि शहर में पुलिस भी सतर्क रही है। सोमवार की सुबह से ही लखनऊ की सीमा को सील कर दिया गया था। आने जाने वाले लोगों से पूछताछ हुई। उन्हें शहर के भीतर प्रवेश करने नहीं दिया गया।
अयोध्या रोड पर पुलिस ने बेरिकेडिंग लगा रखी है। कानपुर रोड पर भी बंथरा में बेरिकेडिंग लगाकर लोगों को रोका गया। ट्रेन, बस व अन्य साधन बंद होने के कारण अधिकतर लोग किराए की गाड़ी से सड़क मार्ग के माध्यम से राजधानी पहुंचे। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने पुलिस अफसरों को लॉक डाउन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने किसी भी दशा में बेवजह बाहर निकलने वाले लोगों को वापस घर भेजने और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की सलाह दी है।
पुलिस आयुक्त के मुताबिक कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगों को घरो में ही रहना होगा। जरूरी काम पड़ने पर ही लोग बाहर निकलें। घर का सामान लेना हो तो परिवार का कोई एक सदस्य ही निकले। पुलिस की ओर से सोमवार सुबह 10 बजे तक कुछ राहत दी गई थी। इसके बाद लोगों का बाहर निकलना शुरू हो गया। लोग जरूरी काम का बहाना कर सड़कों पर टहलते दिखे। उच्चाधकारियों को जब इसकी जानकारी हुई तो मातहतों को सख्ती करने के निर्देश जारी हुए। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और लोगों को वापस घरों में भेजना शुरू किया। सबसे ज्यादा समस्या सरकारी कर्मचारियों को हुई। अधिकांश दफ्तर खुले होने के कारण वह कार्यालयों में देर से पहुंचे या फिर नहीं पहुंच सके।
अमीनाबाद में किराना की दुकान पर धक्का मुक्की, दुकान बंद, जरूरतमंद नहीं खरीद सके दवा और राशन
लॉकडाउन का असर दवा और राशन की खरीद करने वाले लोगों पर भी देखने को मिला है। पुलिस की सख्ती के चलते वह दुकानों तक नहीं पहुंच पाए। इस वजह से अमीनाबाद में किराना स्टोर पर लगी भीड़ के कारण लोगों में धक्का मुक्की होने लगी। इसकी वजह से पुलिस ने दुकान बंद करा दी। वहीं छोटे-मोटी दुकान चलाने वालों के यहां तक ट्राली से सामान भी नहीं पहुंचाया जा सका।
लॉकडाउन के बावजूद शहर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इससे जरुरतमंदों को भारी नुकसान हुआ। अमीनाबाद में राशन की दुकानों को प्रशासन की मंशानुरूप खोला गया था कि जरूरतमंद लोग अपनी आवश्यकतानुसार सामान खरीद सकें। लेकिन दुकान पर उमड़ी भीड़ के कारण पुलिस को नतीजतन दुकान बंद करानी पड़ी।
अमीनाबाद के एक व्यापारी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान राशन और मेडिकल स्टोर को खोला गया था। लेकिन राशन की दुकान पर एकदम से भीड़ उमड़ पड़ी। इसके बाद पुलिस ने कई दुकानों को बंद करा दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने पुलिस के साथ नोकझोंक भी की। उन्होंने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई से जरूरतमंद लोग भी खाली हाथ वापस लौट गए।
आईटी चैराहा में दवा स्टोर के मालिक संजीव ने बताया कि पुलिस सख्ती के कारण वह मेडिसिन बाजार से दवाई नहीं ला पाए। क्योंकि पुलिस ने अलीगंज चैराहे से आगे नहीं बढ़ने दिया। उन्होंने बताया कि यही हाल उनके जानने वाले बीबीडी की तरफ से बाजार पहुंचने में असमर्थ रहे। मेडिसिन बाजार भी सुबह से 12 बजे तक ही खुली रही। जबकि सुबह से ही वह फोन पर फुटकर विक्रेताओं से बुकिंग ले रहे थे। इसके बाद उन्होंने उन लोगों को डिलीवरी देने के बाद दुकान बंद कर दी। उनका कहना है कि इसके बाद ग्राहक भी बाजार नहीं आया तो दुकान बंद करनी ही थी