रुखसते अज़ा के जूलूसों भी खूब जोश से आज़ादारो ने दिया पुरसा।
नगरौर में छह बहराइच में साथ रबीउल अव्वल को निकले परंपरागत जूलूस
बहराइच।जनपद में हर साल की तरह इस साल भी रूखसते अज़ा के परंपरागत जूलूसों को निकाल कर आज़ादारो ने इमामे ज़माना को उनके जद और शोहदाये कर्बला का पुरसा दिया।कोरोना के कारण दो वर्षों से दिल खोल कर पुरसा न दे सके आज़ादारो ने इस बार काफी जोशो खरोश के साथ जूलूसों मे शिरकत करके दिल खोलकर अज़ादारी की इन जूलूसों मे जनपद के दूर दराज़ से आये आज़ादारो के साथ साथ हर वर्ग के लोगो ने शिरकत की।इस जूलूसों को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में प्रशासन के सहयोग की जमकर सराहना की गई।पुलिस के लोगों ने अगर पूरी मेहनत के साथ ज़िम्मेदारी निभाई तो जिलाधिकारी के निर्देशन में विधुत व्यवस्था भी बहुत बेहतर रही।जनपद में हस्बे क़दीम इस साल भी एक रबीउलअव्वल से पांच रबीवलअव्वल तक नगरौर मे मजलिसों के सुलसिले के साथ छह रबीउलअव्वल को रूखसते अज़ा का क़दीमी जूलूस निकाला गया जो बड़े इमामबाड़े से निकलकर अपने क़दीमी रास्तों से होता हुआ हुसैन चौकी पर जाकर समाप्त हुआ इस प्रोग्राम में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आकर मौलानाओ ने मजलिसों को खेताब किया तथा बैरूनी और मुक़ामी अंजुमनों ने नौहाख्वानी पेश की।
वही सात रबीवलअव्वल के क़दीमी जूलूस का एहतेमाम शहर के सैय्यदवाड़ा में सगीर इमाम सरवर के अज़ाखाने पर अंजुमन फनाफिल हुसैन द्वारा किया गयाइस दौरान एक मजलिस का आयोजन हुआ जिसको सगीर आबिद रिज़वी ने खेताब फरमाया मजलिस के बाद परंपरागत ताबूत का जूलूस बरामद हुआ जो अपने क़दीमी रास्तो से होता हुआ इमामबाड़ा नवाब साहब पर जाकर समाप्त हुआ।अंजुमन फनाफिल हुसैन के मेम्बरों ने सोज़ख़्वानी पेशख़्वानी और नौहाख्वानी के साथ इस जूलूस में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया अन्य अंजुमनों के मेम्बरानो ने भी इस क़दीमी जूलूस में शिरकत की इस अवसर पर जनपद के विभिन्न स्थानों से आये आज़ादारो ने शिरकत की।प्रशासन के साथ साथ पुलिस विभाग की भूमिका भी सराहनीय रही।