
भोपाल : मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन लगभग समाप्त हो चुका है। मंडल द्वारा दसवीं-बारहवीं का परीक्षा परिणाम मई के पहले सप्ताह में देने की तैयारी की जा रही है। सभी जिलों से इस बार ऑनलाइन अंक आ जाने से रिजल्ट बनाने की तैयार भी शुरु हो चुकी है। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षाएं 17 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की गई थी।
इस बार प्रदेश भर से करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल हुए हैं। माशिमं की दसवीं-बारहवीं परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य पांच मार्च से शुरु हुआ था। दसवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों की करीब एक करोड़ 30 लाख उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में 30 हजार शिक्षक लगे हुए हैं। अब विद्यार्थी बेसब्री से परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। मंडल के अधिकारियों का कहना है कि मूल्यांकन कार्य लगभग समाप्ति की तरफ है।
रिजल्ट बनाने की तैयारी भी शुरु हो गई है। मई के पहले सप्ताह तक रिजल्ट जारी होने की संभावना है। इस संबंध में जल्द ही दिशा-निर्देश जारी होने की संभावना है। इस संबंध मेंं जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। परीक्षा परिणाम माशिमं की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। माशिमं बोर्ड परीक्षा का परिणाम आमतौर पर परीक्षा खत्म होने के 45 दिनों के अंदर जारी कर दिया जाता है। हर साल अप्रैल के अंतिम या मई के दूसरे सप्ताह तक दोनों कक्षाओं के परिणाम जारी कर दिए जाते हैं।
पिछले दो साल 2020 और 2021 में कोविड संक्रमण के कारण चार जुलाई और 27 जुलाई को परीक्षा परिणाम जारी किए गए थे। पिछले साल परीखा आयोजित नहीं की गई थी। पिछली कक्षाओं के आधार पर परिणाम तैयार किए गए थे। इस कारण दोनों कक्षाओं का परिणाम सौ फीसदी रहा था। सीबीएसई की परिणाम कालेज में प्रवेश पर डालेगा खलल : मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं का परिणाम मई के पहले सप्ताह तक आ जाएगा।
जबकि सीबीएसई बारहवीं बोर्ड के विद्यार्थियों की परीक्षा मई में शुरु होकर जुलाई तक चलेगी। इसके बाद कापियों का मूल्यांकन शुरु होगा और रिजल्ट बनाने की तैयारी की जाएगी। इससे सीबीएसई बारहवीं का रिजल्ट लेट हो सकता है। जबकि कालेजों मं प्रवेश की प्रक्रिया जुलाई में शुरु हो जाती है। इससे कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।