कानपुर : मौसम में एक बार फिर से परिवर्तन हुआ हैं। बुधवार को सुबह और शाम के समय हल्की ठंडक रही,जबकि दोपहर में गर्मी का अहसास रहा। जिसके चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान धीरे धीरे बढ़ने लगेगा। रात में भी पारा चढ़ने की आशंका है। यह फेरबदल पुराने पश्चिमी विक्षोभ के आगे चले जाने और नए के जम्मू कश्मीर के पास सक्रिय होने से होगा। पश्चिमी विक्षोभ के जाने से उत्तर पश्चिमी हवा आनी शुरू हो गई है।
इसका असर दिल्ली,हरियाणा,पंजाब,उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में पड़ रहा है। तापमान चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया। नए विक्षोभ के दस्तक देते ही पश्चिमी हवा पर ब्रेक लग जाएगा। फरवरी के आखिरी हफ्ते में पारा 32 डिग्री के पार निकल गया। लगातार कई विक्षोभ के आने और वातावरण में नमी के दिन ब दिन कम होने से तापमान बढ़ गया। मौजूदा समय में आसपास के राज्यों में भी कोई मौसमी सिस्टम सक्रिय नहीं हैं, जिनकी वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी लिए हवा नहीं आ पा रही है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ,एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है। उत्तर.पश्चिमी हवाओं की गति बढ़ेगी और अगले 24 से 48 घंटों के दौरान गंगा के मैदानी राज्यों पर यह तेज हवा जारी रहेगी। उत्तर.पश्चिम दिशा से चल रही मध्यम हवाओं के कारण दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में और कमी आएगी। मध्य और पूर्वी भारत में दिन और रात के तापमान में कुछ और गिरावट हो सकती है।