सीतापुर: मिश्रिख/ आम जनता को नि:शुल्क बेहतर स्वास्थ सेवाऐं उपलब्ध कराने के उद्देश से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े दिशा निर्देश जारी किए है परंतु यहां के धार्मिक नगर में शासन के सभी दिशा निर्देश सिर्फ प्रशासनिक बैठको तक ही सिमट कर रह गए हैं।
यहां महर्षि दधीचि की पावन तपो भूमि पर समूचे इलाके में झोला छाप डाक्टरों का मकड़ जाल फैला हुआ है । अभी तक झोला छाप डाक्टर चोरी छिपे ग्रामीण इलाको में अपनी दुकान चलाते थे । परंतु अब वह स्थाई रूप से इस धार्मिक नगर के सभी वार्डों और मुख्य मार्गो पर बाकायदा नर्सिंग होम खोलकर कन्या भ्रूण हत्या और नियम विरुद्ध एबोर्सन का व्यवसाय चला रहे है । यह सभी झोला छाप डाक्टर अपने क्लीनिक में दिल्ली और लखनऊ के नामचीन डाक्टरों का बोर्ड लगा कर उनके नाम पर मरीजों से लंबी धन उगाही करके खुले आम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं।
दर्जनों नर्सिंग होम संचालकों द्वारा नियम विरुद्ध अल्ट्रासाउंड मशीन एवं पैथालोजी लैब आदि भी चला रहे है । लोग पुत्र की चाह में इन झोला छाप डाक्टर के यहां अल्ट्रासाउंड जांच कराकर पुत्री की जानकारी होने पर भ्रूण हत्या भी करा देते है । इनके इस अनैतिक कार्य में इनकी डिग्री की जगह दर्जनों दलाल काम करते हैं । इन दलालों में क्षेत्र की आशा बहू एवं सेंटरों पर तैनात ए एन एम कमीशन खोरी के चलते अच्छे इलाज के नाम पर परेशान मरीजों को अपने जाल में फंसा कर इन नर्सिंग होमों तक लाती हैं ।
और यह झोला छाप डाक्टर उनको तय सुध्दा कमीशन देकर उनकी जमकर आव भगत भी करते हैं । फिर तमांम प्रकार की जांचों के नाम पर मरीज से लंबी धन उगाही करने के बाद बिना मर्ज समझे ही गंभीर से गंभीर रोगों का इलाज करना शुरु कर देते हैं । जिससे मरीज के जान पर आफत भी आ जाती है । कस्बा में मिश्रिख सेवा हास्पिटल , न्यू जीवन हास्पिटल , न्यू चरक अल्ट्रासाउंड , सुमित्रा अल्ट्रासाउंड एवं पैथालोजी सेंटर मिश्रिख पाली क्लिनिक , सेवा मिश्रिख पालीक्लीनिक आदि के साथ ही मछरेहटा रोड और कुतुब नगर रोड पर दर्जनों क्लीनिक एवं नर्सिंग होम खुले आम संचालित हो रहे हैं ।
हालांकि जबसे सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र मिश्रित का चार्ज स्वास्थ्य अधीक्षक डा. आशीष सिंह ने सभ्हाला है । तबसे उन्होने कई अबैध चल रहे नर्सिंग होम सीज कर बड़ी कार्यवाही की है । फिर भी अभी तक पूरी तरह से अवैध संचालन पर रोंक नही लग पाई है ।