नवागत जिलाधिकारी के ताबड़तोड़ दौरे और बैठकों से जिला प्रशासन मे हडकंप
लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के होस उडे
कुशीनगर। बयिठत राजा उतरत ग्रह की कहावत को चरितार्थ करते हुए नवागत जिलाधिकारी रमेश रंजन द्वारा कुशीनगर के विभिन्न विभागों, योजनाओं,परियोजनाओं का आकस्मिक निरीक्षण,जांच, कारवाई और चेतावनी के कारण जिले के तमाम विभागों और अधिकारियों और कर्मचारियों मे कारवाई का भय व्याप्त है क्योंकि कुशीनगर मे अब तक कोई भी जिलाधिकारी इतना तेज तर्रार नही आया था बीते तत्कालीन वर्षों मे रिंगजियान सैम्फिल को छोड कुशीनगर के इतिहास मे किसी तेज तर्रार जिलाधिकारी का यह दूसरे जिलाधिकारी हैं!
शनिवार को जिलाधिकारी रमेश रंजन द्वारा आज कोप जंगल (खड्डा) स्थित गो आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया।
इस क्रम में जिलाधिकारी ने स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर, कार्यरत मजदूर, हरे चारे व सूखे चारे की उपलब्धता, डॉक्टर की उपस्थिति आदि का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने गो आश्रय स्थल की फेंसिंग, गोबर रखने की जगह, गोवंश के लिए बने शेड इत्यादि का भी निरीक्षण किया तथा व्यवस्थाएं देखी।
जिलाधिकारी ने गो आश्रय स्थल में कार्यरत मजदूरों को बुलाकर उनके कार्य के बारे में पूछताछ भी किया।
विदित हो कि कोप जंगल (खड्डा) स्थित गो आश्रय स्थल में कुल गोवंश की संख्या 599 हैं, जिसमें 35 गो वंश मादा हैं। डी एम ने गोवंश के स्वास्थ्य के बारे में उपस्थित डॉक्टर से पूछताछ की।
उक्त निरीक्षण में जिलाधिकारी ने भूसा व चारे संबंधी कमियां पाए जाने पर उप जिलाधिकारी खड्डा को संबंधित के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने उपजिलाधिकारी को यह निर्देश दिया कि ग्राम सचिव, ब्लॉक की टीम व नायब तहसीलदार एक टीम बनाकर स्थल का नियमित तौर पर निरीक्षण करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी अभय यादव, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत विंध्याचल कुशवाहा, ग्राम प्रधान व अन्य लोग मौजूद रहे।