
मिल्कीपुर-अयोध्या। न्याय ना मिलने पर शिकायतकर्ताओं ने तहसील परिसर मिल्कीपुर में अनिश्चितकालीन के लिए आमरण अनशन पर बैठ गये, 6 माह से शिकायतकर्ता उमेश तिवारी जिले के उच्च अधिकारियों समेत मुख्यमंत्री दरबार तक ग्राम प्रधान बकचुना एवं पूर्व लेखपाल ज्ञान प्रकाश त्रिवेदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो वह तहसील परिसर में अपने दो सहयोगियों के साथ धरने पर बैठ गए ,मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत बकचुना गांव निवासी उमेश कुमार तिवारी पुत्र कृष्ण कुमार तिवारी का कहना है कि ग्राम प्रधान राजेश कुमार यादव एवं पूर्व लेखपाल ज्ञान प्रकाश द्विवेदी से सांठगांठ करते हुए अपनी सगी भौजाई चिमना देवी व शिव कुमारी को धारा 67ए का लाभ दिया गया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि 64ए का लाभ भूमिहीनों को दिया जा सकता है लेकिन ग्राम प्रधान अपनी सगी भौजाई को लेखपाल की मिलीभगत से 64ए का लाभ दिया है जिसकी शिकायत मैं 6 माह से उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर , तहसीलदार, जिलाधिकारी ,कमिश्नर एवं मुख्यमंत्री से कर चुका हूं । लेकिन जब कार्यवाही नहीं की गई तो शिकायतकर्ता उमेश तिवारी बीते 21 नवंबर 2022 को मुख्यमंत्री के यहां अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठने के लिए पहुंच गए थे। तहसील के अधिकारियों एवं पुलिस के काफी मान मनौव्वल के बाद वापस आए उस वक्त एसडीएम ने लेखपाल के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था ,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। शिकायतकर्ता उमेश तिवारी ने 14 दिसंबर उप जिलाधिकारी को अनिश्चितकालीन आमरण अनशन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन तहसील प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं किया जिसके चलते आज सुबह से ही शिकायतकर्ता तहसील परिसर में अपने साथियों के साथ आमरण अनशन पर बैठा हुआ है। उप जिलाधकारी ने बताया कि पत्रावली मंगवाई जा रही है पत्रावली आने के बाद कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी, जब एसडीएम से पूछा गया कि उमेश तिवारी, दयानंद शुक्ला व मनीराम यादव परिसर में आमरण अनशन पर बैठे हैं तो उन्होंने कहा कि हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है।