उन्नाव से दिल्ली के बीच चलने वाली अंतरराज्यीय बस सेवा बंद
उन्नाव : उन्नाव डिपो ने रविवार से उन्नाव से दिल्ली के बीच चलने वाली अंतरराज्यीय बस सेवा बंद कर दी है। दोपहर 2:30 बजे दिल्ली जाने के बस स्टेशन पर तैयार खड़ी बस को वर्कशॉप लौटा दिया गया। इससे दिल्ली जाने के लिए निकले लोगों को मायूस होना पड़ा। हालांकि ट्रेन से दिल्ली जाने-आने का विकल्प खुला है। गोमती एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों में आरक्षित टिकट उपलब्ध है।
जिले से प्रतिदिनि सैकड़ों लोग ट्रेन व बसों से दिल्ली आवागमन करते हैं। परिवहन निगम उन्नाव से दिल्ली के बीच नियमित रूप से दस बसों का संचालन करता है। हालांकि पिछले सप्ताह पंचायत चुनाव में फंसे होने से सिर्फ पांच बसों का संचालन किया गया। रविवार को 2:30 बजे दिल्ली जाने के लिए स्टेशन पर खड़ी बस को अंतरराज्यीय बस सेवा बंद किए जाने की जानकारी देकर वापस बुला लिया। स्टेशन प्रभारी पीके सिंह ने बताया कि अब दिल्ली के लिए कोई बस नहीं भेजी जाएगी। वहीं दूसरी ओर ट्रेनों से दिल्ली का सफर करने में अभी किसी तरह की परेशानी नहीं है। सोमवार व मंगलवार को दिल्ली जाने के लिए गोमती में एसी चेयरकार व दूसरी श्रेणी के आरक्षण उपलब्ध है। 6 मई को प्रयागराज से चलकर बीघापुर होकर उन्नाव जंक्शन होते हुए दिल्ली, चंडीगढ़ तक जाने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस ट्रेन में भी पर्याप्त सीटें खाली हैं।
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती मरीजों में ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची
उन्नाव : जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती मरीजों में ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची है। तीमारदारों व स्टॉफ में विवाद से बचने के लिए सभी मरीजों को थोड़ी-थोड़ी देर के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। इमरजेंसी वार्ड में इस समय 28 मरीज भर्ती हैं। इसमें 20 मरीजों को सांस लेने में तकलीफ है और उन्हें लगातार ऑक्सीजन की जरूरत है। रविवार दोपहर तक इमरजेंसी में ऑक्सीजन के 21 सिलिंडर थे। शाम तक सात खाली हो चुके थे। 14 सिलिंडरों से ही मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। आठ मरीजों का ऑक्सीजन लेवल बहुत ही कम हैं। इसलिए उन्हें चौबीस घंटे से जरूरत पड़ रही है। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मियागंज ब्लॉक के गांव कनिगांव निवासी नन्हीं देवी व बारा सगवर की माया देवी को सांस लेने में तकलीफ है। इन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 70 से 80 चल रहा है। प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक पांडेय ने बताया कि ऑक्सीजन के लिए खाली सिलिंडर गाड़ियों से कानपुर भेजे जा रहे हैं। ऑक्सीजन मिलते ही मरीजों को लाभ दिलाया जाएगा।
जिला अस्पताल इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहा है। तीमारदार मरीज को कभी गोद तो कभी कंधों का सहारा देकर वार्ड व एंबुलेंस तक पहुंचा रहे हैं। कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ने के साथ ही जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें 90 फीसदी मरीज सांस लेने में तकलीफ वाले आ रहे हैं। ऐसे मरीजों को सबसे अधिक स्ट्रेचर की जरूरत पड़ रही है। उन्हें पैदल चलने में दिक्कत होती है। नियमानुसार इमरजेंसी वार्ड के बाहर और अंदर स्ट्रेेचर होने चाहिए लेकिन कहीं भी कोई स्ट्रेेचर नहीं मिल रहा है।
कोरोना से चार की मौत, 473 संक्रमित
उन्नाव : कोरोना से जिले में वृद्धा सहित चार लोगों की मौत हो गई। वहीं 473 लोग संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में बांगरमऊ सीओ, एडीओ पंचायत, डॉक्टर व आठ स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। सरस्वती मेडिकल कॉलेज कोविड अस्पताल में भर्ती सफीपुर के गोपाल मिश्रा (64) का 25 अप्रैल से, कल्याणी मोहल्ले के ज्ञानेंद्र (48) का 26 अप्रैल से, सिविल लाइन की शाहिना फारुकी (66) का एक मई व शुक्लागंज के शक्तिनगर के वीरेंद्र कुमार (34) का 26 अप्रैल से इलाज चल रहा था। रविवार को चारों की मौत हो गई। जिले में संक्रमित पाए गए लोगों में बांगरमऊ सीओ, उनका गनर, एडीओ पंचायत, ग्राम विकास अधिकारी, चार ग्राम प्रधान प्रत्याशी, मौरावां में डॉक्टर, उनका बेटा, हिलौली में स्वास्थ्य कर्मी, बांगरमऊ में एक स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संक्रमित निकले हैं। गंजमुरादाबाद में चार स्वास्थ्य कर्मी, पुरवा में सात मतगणना एजेंट, सिकंदपुर कर्ण में 42, नवाबगंज में 34, पुरवा में 19, सफीपुर में तीन, मियागंज में चार, असोहा में सात, बीघापुर में तीन, औरास में तीन, सुमेरपुर में सात, हिलौली में 53, हसनगंज में 49, बांगरमऊ में 33, बिछिया में 15, फतेहपुर चौरासी में एक, गंजमुरादाबाद में आठ, शहर में 115, शुक्लागंज में 50 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सीएमओ कैप्टन डॉ. आशुतोष कुमार ने बताया कि रविवार को 329 कोरोना संक्रमितों की हालत में सुधार हुआ है।