लखनऊ : उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को एक बार फिर जमानत नहीं मिली। अब उनकी याचिका पर अगली सुनवाई 16 जून को होगी। लल्लू के खिलाफ आगरा में लॉकडाउन के नियमों का उल्लघंन और प्रवासी श्रमिकों के लिए दी गई बसों की सूची में धोखाधड़ी करने का आरोप है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के जज एआर मसूदी की अदालत में शुक्रवार को लल्लू की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी नहीं हो सकी और अब 16 जून को इस अर्जी पर सुनवाई होगी।
इससे पहले एमपी-एमएलए विशेष अदालत ने कांग्रेस नेता की जमानत अर्जी को एक जून को खारिज कर दी थी। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की। कांग्रेस नेता की दलील है कि बस सूची विवाद में उनकी कोई भूमिका नहीं है। उन्हें राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि लल्लू की जमानत याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। इसके बाद जज ने मामले पर अगली सुनवाई की तारीख 16 जून को निश्चित की। उत्तर प्रदेश में सरकार का ये गरीब-मजदूर विरोधी रवैया साफ झलक रहा है। जिस तरह से बार-बार अदालत में मामले को सरकारी वकील द्वारा टाला जा रहा है, वह बहुत ही शर्मनाक है।
उन्होने कहा कि कांग्रेस का सेवा सत्याग्रह के माध्यम से एक-एक सिपाही सड़क पे आंदोलन करेंगे। लल्लू के रिहाई के लिए जेल भरो आंदोलन बहुत जल्द ही शुरू किया जाएगा। यूपी भाजपा की योगी सरकार का ये तानाशाही रवैया प्रदेश की जनता सब देख रही है।