आम आदमी को ‘विश्वस्तरीय और आधुनिक द्रुतगामी परिवहन प्रणाली’ मुहैया करवाना यूपीएमआरसी का उद्देश्य
लखनऊ : विश्व भर में फैली कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ट्रांसपोर्ट नगर डिपो और लखनऊ में बने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्रेनिंग में नए लोगों की भर्ती की गई है। जिसके लिए एचओडी और उप-प्रमुखों ने दो दिवसीय ओरियंटेशन कम ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। जिसकी शुरूआत शुक्रवार से की गई है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए कर्मचारियों को कंपनी के मिशन, विज़न, कल्चर और कार्य नैतिकता से परिचित कराने के साथ- साथ उच्च प्रबंधन के कार्य करने के अनुकूल बनाना है।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कार्यक्रम का उद्घाटन कर प्रशिक्षुओं को संबोधित किया। संगठन के साथ नव- नियुक्त कर्मचारियों को परिचित करने के लिए कुमार केशव ने अपने संबोधन में कर्मियों को कंपनी के विज़न, मिशन, कल्चर और वर्क एथिक्स का संक्षिप्त विवरण दिया और उन्हें प्रबंधन में उच्च जिम्मेदारियाँ निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रबंध निदेशक, यूपीएमआरसी ने कहा, “यूपीएमआरसी का मिशन आम आदमी को ‘विश्वस्तरीय और आधुनिक द्रुतगामी परिवहन प्रणाली’ प्रदान करना है।
आगे उन्होंने कहा कि सभी स्तरों पर कुशल नेतृत्व होना चाहिए, और प्रमुख चुनौतियों की पहचान करने में सभी को सक्रिय होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमें प्रदेश में चल रही सभी मेट्रो परियोजनाओं को समय से पूरा करना होगा। उन्होंने पारदर्शिता के साथ हर अधिकारी को ईमानदारी, निष्ठा और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने की आवश्यकता की बात कही।
उन्होंने आगे कहा कि यूपीएमआरसी कर्मचारियों के लिए पेशेवर प्रतिस्पर्धी, शारीरिक रूप से स्वस्थ, निर्णय लेने में तेज, उच्च अनुशासन का पालन करना और संस्थान के प्रति वफादार होना चाहिए। प्रदेश मेट्रो के लिए ग्राहक-प्रथम, सिद्धांत सर्वोपरि है, अतः हमें ग्राहकों के प्रश्नों और शिकायतों को दूर करने में तत्पर होना चाहिए। यूपी मेट्रो ने उच्च पेशेवर क्षमता के साथ सभी निर्माण विश्वस्तरीय किये हैं। आम लोगों का भरोसा बरकरार रखना सबसे अहम है।
इस दौरान ओरिएंटेशन-कम-ट्रेनिंग प्रोग्राम के पहले दिन प्रबंध निदेशक के उद्घाटन संबोधन के अलावा कुछ और महत्वपूर्ण सत्र जिन्हें निदेशक संचालन सुशील कुमार व निदेशक रोलिंग स्टॉक एंड सिस्टम्स अतुल गर्ग द्वारा संबोधित किया गया। जिनमें प्रशिक्षुओं को संगठनात्मक संरचना और उसके कामकाज, कर्मचारियों के प्रशिक्षण और विकास के लिए विभिन्न सुविधाएं, स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) और बहुत कुछ बताया गया। लखनऊ कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजना के कुल 26 नवनियुक्त कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।