
लखनऊ : समाजवादी कार्यकर्ताओ विरोध प्रदर्शन और कार्यालय का किया घेराव, कहा-पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे सरकार नगर निगम और जलकल विभाग की लापरवाही के चलते लखनऊ के बालू अड्डा में दूषित पानी पीने से डायरिया की बीमारी से ग्रसित हुए सैकड़ों बच्चों का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सुनील दीक्षित और पूर्व कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित नगर निगम कार्यालय का घेराव किया है। इस प्रदर्शन के माध्यम से सपा नेताओं की मांग है कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के ऊपर सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही पीड़ित परिजनों को उत्तर प्रदेश सरकार मुआवजा देने की घोषणा करें।
इस दौरान रविदास मल्होत्रा ने कहा कि बालू अड्डे में सीवर की पाइप पानी की पाइप लाइन से जोड़ दी गई जिसके कारण पूरे इलाके में गन्दा व दूषित पानी की आपूर्ति हो गयी। दूषित पानी पीने से 2 बच्चों की मौत हो गई तो वहीं सैकड़ों बच्चे डायरिया की बीमारी से ग्रसित हो गए हैं।जिनका इलाज लखनऊ के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की लापरवाही है कि सीवर के पाइप को पानी की पाइप लाइन से जोड़ दिया गया। इसलिए समाजवादी पार्टी यह मांग कर रही है की गंदा पानी पीने से बीमार हुए लोगों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए, तो वही मरने वाले बच्चों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए देने की प्रदेश सरकार घोषणा करें।
पूर्व विधायक रविदास मेहरोत्रा :
बता दे बीते 9 अगस्त को बालू अड्डा इलाके में दूषित व बदबूदार पानी पीने से सैकड़ों लोग डायरिया की चपेट में आ गए थे। इस बीमारी से चपेट में आने से 11 महीने के मासूम समेत दो बच्चों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि कई दिनों से इलाके में गंदे बदबूदार और मटमैले पानी की सप्लाई हो रही थी। नगर निगम, जल निगम और स्थानीय पार्षद से शिकायत के बावजूद ध्यान नहीं दिया गया था। इतनी बड़ी अनदेखी से इलाके में डायरिया फैला जिसकी चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आए थे।