चौबेपुर एसओ व विकास दुबे के ’घनिष्ठ संबंधों’ से वाकिफ थे शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्र
सीओ बिल्हौर ने मार्च 2020 में एक चिट्ठी लिखकर एसएसपी को किया था आगाह
लखनऊ : कानपुर नगर की चौबेपुर थाना पुलिस दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के इशारों पर नाचती थी। छोटे-मोटे अपराधों में तो स्थानीय पुलिस विकास दुबे के खिलाफ शिकायत ही नहीं सुनती थी। गंभीर अपराधों में भी उसे बचाने का पूरा प्रयास किया जाता था। बीते गुरुवार को अपने 7 अन्य साथियों के साथ जान गंवाने वाले सीओ बिल्हौर को चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और विकास दुबे के बीच घनिष्ठ संबंधों की जानकारी पहले से ही थी। मार्च 2020 में सीओ देवेन्द्र मिश्र ने इस संबंध में तत्कालीन कानपुर एसएसपी को एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने चौबेपुर एसओ के खिलाफ कार्रवाई को कहा था। सीओ बिल्हौर की यह चिट्ठी अब वायरल हो रही है।
शहीद सीओ बिल्हौर ने एसएसपी को लिखे पत्र में बताया था कि 13 मार्च 2020 को चौबेपुर थाना में विकास दुबे व उसके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। कई जनपदों में आतंक का पर्याय बने विकास दुबे के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए मैंने खुद एसओ विनय तिवारी को निर्देशित किया था।
13 मार्च को दर्ज मुकदमें के मामले में कोई कार्रवाई न होने पर मैंने 14 मार्च को विवेचक को तलब किया तो पता चला कि आरोपियों पर से गंभीर धाराएं हटाकर पुरानी रंजिश में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है। विवेचक ने तत्कालीन चौबेपुर एसओ पर गंभीर अपराध की धारा हटाने को कहा था।
विनय तिवारी के खिलाफ की थी कार्रवाई की मांग
सीओ ने कहा था कि कुख्यात अपराधी के साथ सहानुभूति, उसे बचाना और उसके खिलाफ कार्रवाई न करना, एसओ विनय तिवारी की सत्यनिष्ठा और भूमिका पर सवाल उठाती है। शहीद सीओ ने एसएसपी को बताया था कि मुझे जानकारी मिली है कि चौबेपुर एसओ और विकास दुबे के बीच काफी घनिष्ठ संबंध हैं। दोनों उठना-बैठना है। यदि चौबेपुर एसओ विनय तिवारी ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो गंभीर घटना सामने आ सकती है। शहीद सीओ ने इस मामले में तत्कालीन चौबेपुर एसओ के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया था।
कुछ महीनों पहले सीओ बिल्हौर देवेन्द्र मिश्र को तब शायद इस बात का अंदाजा न रहा होगा कि एसओ विनय तिवारी और विकास दुबे की सांठ-गाठ में खुद उन्हें भी जान से हाथ धोना पड़ेगा।
निलंबित हो चुका है चौबेपुर एसओ विनय तिवारी
बता दें कि 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद शक के दायरे में आए चौबेपुर एसओ विनय तिवारी को निलंबित किया जा चुका है। चैबेपुर पुलिस पर गुरुवार रात दबिश से पहले विकास दुबे को सूचित करने का संदेह है। एसटीएफ और क्राइम ब्रांच लगातार विनय तिवारी सहित 8 पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही है। अफसरों का स्पष्ट कहना है विकास दुबे को पुलिस के ऑपरेशन की जानकारी पहले ही हो गयी थी। जिससे उसने हमले की पूरी योजना और तैयारी की। पुलिस के इस गुप्त अभियान की जानकारी पुलिस के लोगों ने दी है