राजस्थान : में सत्तारूढ कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने में जुटा हुआ है। कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने सोमवार को पायलट को लिखित में विधायक दल की बैठक में आने का न्यौता दिया था। यह बैठक जयपुर के एक होटल में बुलाई गई है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक सचिन पायलट को संदेश भेजने के लिए बार-बार आयोजित कर रही है कि अभी भी उनका पार्टी में आने का समय है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व भी उनके प्रति नरम रुख अपना रहा है। वहीं पायलट के खिलाफ आगे की कार्रवाई के बारे में आज कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक के बाद निर्णय लिया जा सकता है।
कांग्रेस में पुरानी है ‘यंग बनाम ओल्ड’ की लड़ाई
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के अलावा अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने कई बार सचिन पायलट से बात की है, पर बताया जा रहा है कि वह बातचीत के मूड में नहीं हैं। यह भी प्रयास किया जा रहा हे कि पायलट को केंद्रीय संगठन में स्थान दिया जाए।
पायलट के गुट के विधायक दिल्ली के पास मानेसर में एक होटल में ठरे हुए हैं। पायलट ने इससे पहले इनकी संख्या 30 बताई थी, लेकिन अब वह 25 विधायकों की बात कर रहे हैं। दीपेंद्र सिंह शेखावत ने भी अब समन्वय से इन्कार करते हुए विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने की चुनौती दी है।
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ANI से कहा, हम सचिन पायलट को दूसरा मौका दे रहे हैं, उनसे आज की CLP बैठक में हिस्सा लेने को कहा है। उम्मीद है कि आज सभी विधायक आएंगे और नेतृत्व को एकजुटता देंगे।हम सभी राज्य के विकास के लिए काम करना चाहते हैं।
उधर कांग्रेस ने बाड़ेबंदी करते हुए सभी विधायकों को एक होटल में ठहराया है। कुछ ही देर में विधायक दल की बैठक हो सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल विधायक दल की बैठक से पहले मीडिया के सामने संख्या बल का प्रदर्शन करके 109 विधायकों के पक्ष में आने का दावा किया था। कांग्रेस नेता अभी इसी आसरे पर टिके हुए हैं।