
प्रयागराज : हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के मतदान की तारिख नजदीक आती जा रही है , सोमवार को मतदान होना है और अध्यक्ष महासचिव के साथ साथ अन्य पद के दावेदार अधिवक्ताओं के बीच में अपनी ताकत की अजमाइस कर रहे हैं .
पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल तिवारी फिर से अध्यक्ष पद के लिए दावेदार हैं और लगातार अधिवक्ताओं से वायदे कर रहे हैं कि अधिवक्ताओं के मुद्दे का समाधान करेंगे . इसी तरह से अन्य दावेदार भी अधिवक्ताओं के मुद्दे के समाधान करने की बात कर रहे हैं . सब अधिवक्ताओं के एक ही मुद्दे हैं जिसमें लिस्टिंग की समस्या है , जिस सॉफ्ट वेअर से लिस्टिंग होती है उसमें एक बार ुनलिस्ट मुकदमें के लिस्टिंग में देरी हो जाती है , रिवाइजिंग सिस्टम , अधिवक्ताओं की बात को अनसुना करना , अधिवक्ताओं के परिवार को आकस्मिक समय में मदद , अधिवक्ताओं के निश्चित आय , पार्किंग , चैम्बर , अस्पताल , आवास , महिला अधिवक्ताओं के लिए सुविधा एक सामान्य समस्या है .
एक वार्ता में पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता नेता अनिल तिवारी ने कहा कि वे अधिवक्ताओं में एक ही बात कह रहे हैं कि किसी भी तरह की समस्या जो अधिवक्ता और बेंच के बीच है उसका समाधान बेंच या मुख्य न्यायधीश से मिलकर उसका समाधान कराएँगे . इसके अलावा बार एसोसिएशन से अधिवक्ताओं के आकस्मिक घटना पर परिवार को निश्चित सहायता की व्यवस्था बार करेगी .
उपर्युक्त मुद्दों के अलावा बार के बाई लॉज़ में हए संशोधन भी मुद्दे के रूप में मौजूद हैं , बार के नए रूल के अनुसार बहुत से अधिवक्ता वोटिंग अधिकार से वंचित रह गए हैं और कुछ लोग चुनाव भी नहीं लड़ सकते हैं , ऐसे में सारे पदाधिकारी शंशोधन से सहमत होते हुए भी असहमति जाता रहे हैं और कुछ मुद्दों पर चुनाव बाद बार में घमाशान होना तय है . अनिल तिवारी ने संशोधनों पर बात करते हुये कहा कि संशोधन सैद्धांतिक रूप से सही हैं , संख्या को लेकर बहस हो सकती है जसिके बारे में बार अधिवक्ताओं का है उसके मत के अनुसार काम होगा .
देखना यह होगा की सबसे बुद्धिजीवी वर्ग अधिवक्ताओं का होता है और किसको अपना प्रतिनिधि चुनता है जो उनकी आवाज बन सके और उनकी बात और समस्याओं का हल निकाल सके .