बहराइच।जनपद में जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान पयागपुर में अभिनव पर्व, नवाचार तथा रचनात्मक अभिव्यक्ति के तहत शिक्षकों द्वारा जनपद स्तरीय टीएलएम मेला का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के सभी ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों के चुनिंदा शिक्षकों द्वारा स्वनिर्मित टीएलएम बनाकर प्रतिभाग किया गया। इस मेले का उद्घाटन उप शिक्षा निदेशक उदयराज द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
मुख्य अतिथि डायट प्राचार्य ने शिक्षकों के द्वारा लगाए गए टीएलएम स्टॉल का अवलोकन किया और शिक्षकों द्वारा बनाए गए टीएलएम व विद्यालय में किए गए नवाचार के बारे में जानकारी ली। कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों से उन्होंने कहा कि टीएलएम विद्यालयों में बच्चों के अधिगम स्तर को बढ़ाने के लिए बहुत ही कारगर होते हैं। साथ ही इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करने का उद्देश्य टीएलएम निर्माण में प्रवीण शिक्षकों को उनकी प्रतिभा प्रदर्शन करने का अवसर देना है, जिससे अन्य शिक्षक भी उनसे प्रेरित हो सके। नवाचारी शिक्षक द्वारा विद्यालय में किए जा रहे प्रयोगों से अन्य शिक्षकों को सीखने, समझने का मौका मिलता है। टीएलएम मेले मौजूद डायट उप प्राचार्य सूर्यभान के द्वारा शिक्षकों से टीएलएम बनाने साथ ही उसके कक्षा शिक्षण में छात्रों के बीच अनिवार्य प्रयोग पर बल दिया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षक के लिए टीएलएम, शिक्षण प्रक्रिया का अभिन्न अंग होता है। टीएलएम से बच्चों में विषय के प्रति रुचि जगती है साथ ही छात्रों के मस्तिष्क में पढ़ाये गए प्रकरण की स्मृति चिरस्थायी हो जाती है। मेले में डीएलएड प्रशिक्षुओं ने शिक्षकों द्वारा बनाये गए टीएलएम के माध्यम से शिक्षण में अमूर्त विषय को मूर्त रूप देने की कला को बारीकी से जाना।प्रतिभागी शिक्षकों को मेले में उनके द्वारा उत्कृष्ट टीएलएम बनाने के लिए आयोजक डायट प्रशासन द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर टीएलएम मेले के नोडल डायट कला प्रवक्ता आशीष कुमार, गोविन्द किशोर, अश्वनी कुमार सिंह, पूनम यादव, संगीता श्रीवास, रामपाल वर्मा, दशरथ यादव, इश्तियाक अहमद, अरुण कुमार सिंह तथा लिपिक संवर्ग के सलीम अंसारी, अब्दूल रहमान, पवन श्रीवास्तव, विरेन्द्र सिंह, बालक राम वर्मा, तालिब हुसैन, एवं मजीत कुमार मौजूद रहे।