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देश में कोविड-19 के अब तक 20 हजार 926 रोगी ठीक हुए

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नई दिल्ली। देश में कोविड-19 के अब तक 20 हजार 926 रोगी ठीक हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि पिछले 24 घंटे में चार हजार दो सौ तेरह लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके साथ ही रोगियों  की संख्या 67 हजार एक सौ बावन हो गई। पिछले 24 घंटे में एक हजार पांच सौ उनसठ रोगियों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। पिछले 24 घंटे में अगर देखें तो पाते है कि टोटल केसेज में 4213 केसेज का इंक्रीज नोट किया गया है, पर साथ में ही 1559 पेशेंट भी  क्‍योर भी हुए हैं। इस तरीके से हम देखे तो पाते है कि हमारा टोटल रिकवरी रेट अब 31 प्‍वाइंट 15 परसेन्‍ट हो चुका है।

अधिकारी ने लोगों से अपील की कि संक्रमण का कोई भी लक्षण दिखाई देने पर उन्हें डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और इसे छिपाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि लड़ाई कोविड-19  महामारी से है, संक्रमित लोगों से नहीं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 रोगियों को छुट्टी देने के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8220;यह डिस्‍चार्ज पोलिसी इसलिए चेंज की गई है कि अगर हम देखे भी कई देशों में एवीडेंस के बेसिस पर अपनी डिस्‍चार्ज पोलिसी में टेस्‍ट बेस स्‍टेट्रजी के बदले सिम्‍टम बेस स्‍टेट्रजी और टाइम बेस स्‍टेट्रजी का बदलाव किया है। उसके तहत ही इसमें हम चेंज लाए हैं।&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221;

कई देशों में जांच आधारित रणनीति से लक्षण आधारित रणनीति या समय आधारित रणनीति के अनुसार रोगी को छुट्टी देने के मानदंड में परिवर्तन किया गया है। भारत ने भी इसी के अनुसार रणनीति में बदलाव किया है। अधिकारी ने बताया कि रोगी को छुट्टी देने की यह नीति घर या अस्पताल में क्वारंटीन में रह रहे लोगों के लिए नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के बहुत मामूली लक्षणों और आरंभिक लक्षणों वाले रोगियों के लिए घर पर आइसोलेशन के दिशा-निर्देश भी संशोधित किए हैं। संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार ऐसे रोगियों को घर पर आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद जांच की आवश्यकता नहीं होगी।

गृह मंत्रालय की अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने रेलगाड़ियों से फंसे हुए लोगों के आवागमन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है। केवल कन्फर्म ई-टिकट वाले यात्री ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश कर सकेंगे। अधिकारी ने बताया कि सभी यात्रियों की जांच की जाएगी। केवल ऐसे लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी, जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं होंगे। गृह मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने आज मजदूरों को जल्द से जल्द गृह राज्य भेजने के लिए श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियों की समीक्षा के लिए राज्य के नोडल अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की। अधिकारी ने बताया कि केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा है कि घर लौट रहे मजदूरों को पैदल चलने या रेल की पटरियों पर चलने से रोका जाए।

आज सुबह गृह मंत्रालय रेलवे और राज्‍य सरकारों के नोडल ऑफिसर्स के साथ वीडियो कांफ्रेंस द्वारा स्‍पेशल ट्रेनों की समीक्षा की। इस बात पर जोर दिया गया कि अगले कुछ हफ्तों तक रोज कम से कम 100 श्रमिक स्‍पेशल ट्रेन चलाई जाए, जिससे श्रमिकों को वापस घर आने में कोई समस्‍या नहीं आए। अधिकारी ने बताया कि राज्यों से चिकित्साकर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ का आवागमन सुगम बनाने तथा सभी क्लिनिक, नर्सिंग होम और प्रयोगशालाएं खोलने को कहा गया है।

कोविड-19 से निपटने के लिए अधिकार प्राप्त समूहों में से नौंवें समूह के अध्यक्ष ने संवाददाताओं को विभिन्न बुनियादी सिद्धांतों की जानकारी दी। इस दौरान बताया गया कि नागरिकों और अन्य संबंधित पक्षों के लिए प्रौद्योगिकी और आंकड़ों का उपयोग किस तरह किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से भारत की लड़ाई में आरोग्य सेतु ऐप महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह इस तरह विकसित किया गया है कि संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आने से पहले यूजर को सतर्क करता है। यह लोगों को अपनी स्वास्थ्य दशा का स्वयं आकलन करने की सुविधा भी देता है। अध्यक्ष ने बताया कि इस ऐप को बनाते समय निजता के सिद्धांत पर पूरा ध्यान दिया गया है। आरोग्य सेतु ऐप का इस्‍तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति की निजी पहचान अन्य व्यक्ति के सामने प्रकट नहीं होती।

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