उन्नाव : कोरोना से जान गंवाने वालों के परिवार के सदस्य को नौकरी में प्राथमिकता देने की घोषणा की गई जिसका लाभ उठाने के लिए फर्जीवाड़े की घटनाएं सामने आने लगी पंचायत सहायक की नौकरी पाने के लिए पिता की कोरोना से मौत का फर्जी प्रमाण पत्र लगा चयन कराने का मामला जांच में खुलासा आने के बाद स्थानीय थाने में मुकदमा विभिन्न धाराओं में पंजीकृत हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र स्वर्गीय सुखलाल निवासी बयारी गांव ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत सहायक डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर नियुक्ति का आदेश जारी हुआ था जिसका अनुमोदन हेतु भेजा गया था
की अनुमोदन से पूर्व आदर्श गुप्ता ने शिकायत की थी कि औरास ब्लाक के बयारी गांव में जो चयन किया गया है। उसमें कोरोना से मौत का फर्जी प्रमाण पत्र लगाया गया। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल को जांच सौंपी थी। सीडीओ ने मृतक प्रमाण पत्र की जांच कराई तो वह फर्जी निकला क्योंकि दूसरे की फर्जी रिपोर्ट दिखा कर ज्ञानेंद्र कुमार ने अपने पिता की मृत्यु की रिपोर्ट दिखाई थी जिसमें जांच में धोखाधड़ी करने वाले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की संस्तुति पर रिपोर्ट सीडीओ को भेजी गई थी जिसके उपरांत स्थानीय थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। इस संबंध में ग्राम विकास अधिकारी शिवराज सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी मुझको पूरी जानकारी नहीं है।