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लखनऊ ने‌ खुले दिल से किया क्विज़ के ज़रिए आधुनिक शिक्षा प्रदान करने की अनूठी पहल करनेवाले माइंड वॉर्स का स्वागत!

खेल-खेल में बच्चों को क्विज़ और गेम्स के माध्यम से देशभर के छात्रों को शिक्षित करने की क्रांति का नाम है माइंड वॉर्स

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लखनऊ: बेहद रोमांचक और ज्ञानवर्धक क्विज़ के माध्यम से स्कूली छात्रों को शिक्षा प्रदान करने की अनूठी पहल करनेवाले माइंड वॉर्स के प्रति लखनऊ शहर ने सकारात्मक रुख दिखाया है. ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड (ZEEL) के अधीन आनेवाले माइंड वॉर्स को लेकर शहर के छात्र और अभिभावक दोनों ही बेहद नज़र आ रहे उत्साहित हैं.

उत्तर प्रदेश में माइंड वॉर्स के साथ अब तक 3,300 स्कूली बच्चे आधिकारिक रूप से जुड़े चुके हैं. इतना ही नहीं, अकेले लखनऊ शहर में 300 से अधिक स्कूलों ने माइंड वॉर्स की सेवाएं हासिल करने के लिए पंजीकरण कराया है. माइंड वॉर्स की ख़ासियत है कि वह रोमांचक किस्म के गेम्स और क्विज़ के माध्यम से छात्रों के ज्ञान में अभूतपूर्व वृद्धि करने की कोशिश करता है.

उल्लेखनीय है कि अभिभवाकों, शिक्षकों व छात्रों को किसी भी शिक्षा प्रणाली का प्राथमिक हितधारक माना जाता है. शहर में इन तीन हितधारकों ने शिक्षा के प्रति माइंड वॉर्स के प्रतिस्पर्धी अप्रोच की सराहना की है और खुले दिल से उसका समर्थन किया है. उल्लेखनीय है कि माइंड वॉर्स ने बेहद कम समय में शहर में अपनी एक अनूठी पहचान कायम की है और शहर में अब तक 35,000 से अधिक छात्रों ने माइंड वॉर्स के साथ पंजीकरण करा लिया है. इन छात्रों के अलावा, बड़ी तादाद में छात्र, शिक्षक और स्कूल के प्रिंसिपल भी इस मुहिम के साथ जुड़ रहे हैं!

लखनऊ के एलबीएस मार्ग स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी जायसवाल ने कहा, “माइंड वॉर्स हमेशा से ही छात्रों के लिए बेहतरीन किस्म के क्विज़ कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है जो विविध विषयों पर आधारित होते हैं. इन प्रतियोगियों को हर आयुवर्ग के छात्रों और शिक्षकों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है. गेम्स के ज़रिए शिक्षित करने की इस पहल के चलते हमारे छात्रों को अपना ज्ञानवर्धन करने में ख़ासी मदद मिल रही है.”

माइंड वॉर्स देश भर के छात्रों के लिए ज्ञानार्जन‌ कराने के तरीके को सहज, सरल और रोचक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उल्लेखनीय है कि माइंड वॉर्स अपने स्थापना के वर्ष 2019 से ही अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयत्नशील है. माइंस वॉर्स के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ऐसे क्विज़ से भरे हुए हैं जिसमें भाग लेकर छात्र दैनिक अथवा साप्ताहिक तौर पर आकर्षक ईनाम हासिल कर सकते हैं. मगर इन क्विज़ का प्रतिभागी बनने का सबसे बड़ा लाभ छात्रों को यह होता है कि उनके आत्मविश्वास में कई गुना की वृद्धि होती है. इससे छात्रों चंद पलों में फ़ैसला लेने‌ के क़ाबिल बनते हैं, वे अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ सहानुभूति रखना सीखते हैं और उनमें सकारात्मक सोच का विकास भी होता है. छात्र अपनी अलहदा पहचान बनाने में तभी कामयाब होते हैं जब उनमें सीखने और आगे बढ़ने‌ की अदम्य चाहत होती है.

उल्लेखनीय है कि जनवरी का महीना माइंड वॉर्स के चाहनेवालों के लिए हैरत भरा साबित होनेवाला है क्योंकि इसी महीने में माइंड गेम एप्लीकेशन को लॉन्च किया जानेवाला है. अनूठे अनुभव का एहसास करात यह एप्लीकेशन छात्रों और शिक्षकों दोनों को चकित कर देगा और उन्हें सुखद अनुभूति का एहसास कराएगा. इस एप्लीकेशन में छात्रों को चुनने के लिए कई विकल्प मौजूद होंगे जो शिक्षा हासिल करने की उनकी प्रक्रिया को और भी रोचक और सरल बना देगा.

उल्लेखनीय है कि टीम माइंड वॉर्स नियमित रूप से ज़मीनी तौर पर देशभर के विभिन्न राज्यों में स्थित स्कूलों में क्वि़ज़ का आयोजन कर छात्रों से सीधे तौर पर जुड़ने का सतत प्रयत्न कर रहा है. हाल ही में उसने 1,000 ऑन ग्राउंड क्विज़ कार्यक्रम पूरे करने की उपलब्धि हासिल की है. उल्लेखनीय है कि माइंड वॉर्स के साथ अब तक देशभर के 3.5 करोड़ छात्र जुड़े चुके हैं. ऐसे में वह देश को और भी स्मार्ट बनाने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है.

आज की तारीख़ में माइंड वॉर्स देश के सभी राज्यों और सेंट्रल बोर्ड का प्रतिनिधित्व करता है. 12 भाषाओं में अपने 2 लाख से ज़्यादा लिखित कंटेट के साथ माइंड वॉर्स देश के सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों तक पहुंचने में सफलता पाई है. विभिन्न भाषाओं में कंटेट उपलब्ध कराने से देश के विभिन्न भाषा बोलने-समझने वाले छात्रों को इसका लाभ हो रहा है और वे राष्ट्रीय मंच पर बाक़ी छात्रों के साथ मुक़ाबला करने और अपनी प्रतिभा दर्शाने में सफल साबित हो रहे हैं.

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड (ZEEL) के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री उमेश कुमार बंसल ने कहा, “हमें इस बात की बेहद ख़ुशी है कि माइंड वॉर्स की टीम को छात्रों और शिक्षकों की ओर से बेहतरीन प्रतिसाद मिल रहा है.” वे आगे कहते हैं, “हम छात्रों को ज्ञानवर्धन से जुड़े ऐसे विकल्प मुहैया कराना चाहते हैं जो उन्हें पहले से और समझदार और भविष्य में आनेवाले किसी

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