कानपुर : नवाबगंज में ज्वैलरी शॉप में हुई नौ लाख की चोरी का खुलासा पुलिस और डीसीपी वेस्ट स्वाट टीम ने 27 दिनों में कर लिया। एक टाइल्स लगाने वाले कारीगर ने पत्नी के साथ मिलकर तीन माह तक दुकान की रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपित के दो और साथियों को भी गिरफ्तार किया है। जो कि उससे चोरी का माल खरीदने की डीलिंग कर चुके थे। साथ ही कारीगर की पत्नी को भी घटना में गिरफ्तार किया गया है।गोपलेश्वर मंदिर नवाबगंज निवासी राजू गुप्ता की मैनावती मार्ग पर पुष्पलता ज्वैलर्स के नाम से दुकान है।
बीती 6 जनवरी को उनकी दुकान में 9 लाख रुपए के चांदी की ज्वैलरी चोरी हो गई थी। जिसकी तहरीर देकर कारोबारी ने नवाबगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसपर डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने थाना पुलिस के साथ अपनी स्वाट टीम को भी खुलासे के लिए लगाया था। सर्विलांस और टेक्निकल सपोर्ट टीम की मदद से पुलिस ने इस मामले में चुन्नीपुर एटा निवासी दलवीर सिंह,नगला कलक्टर कासगंज निवासी सुमित कुमार उर्फ सुरेन्द्र सिंह और अजब सिंह को गिरफ्तार किया। इसके बाद दलवीर की पत्नी को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शातिरों से चोरी किये गए आभूषण बरामद किये है।
रंगे हाथ पकड़े गए तीन शातिर
डीसीपी पश्चिम ने गुरुवार को बताया कि,दलवीर को चोरी के जेवरात सुरेन्द्र सिंह और अजब सिंह को बेचने थे। जिसका सौदा 1.5 लाख रुपए में तय हुआ था। जिसपर दोनों ने टोकन मनी के नाम पर 50 हजार रुपए दिए थे। यह डील गंगा बैराज पर हो रही थी। उसी समय पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया था।
पड़ोस में किराए का मकान फिर रेकी दलवीर और उसकी पत्नी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए सेट पैटर्न में काम करते थे। वह लोग पहले जगह चिन्हित करके उसके आसपास किराए पर कमरा लेते थे। उसके बाद उस जगह की रेकी करते थे। इस घटना में भी दोनों ने ऐसा ही किया। ज्वैलरी शॉप की तीन माह तक रेकी की जब उसके एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स के बारे में पूरी जानकारी हो गई तब घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की पूछताछ में दलवीर ने बताया कि उसे पता नहीं था कि छोटी दुकान में इतना माल होगा। वह छत के रास्ते दुकान में दाखिल हुआ था और छत पर रखी बोरी ले आया था। उस बोरी में जितना माल आ सका उसने उठा लिया था।
गाजियाबाद में काट रहा था फरारी
दलवीर और उसकी पत्नी घटना को अंजाम देने के बाद यहां से फरार हो गए थे। दोनों गाजियाबाद में रह रहे थे। डीसीपी के मुताबिक वहां भी इन लोगों ने एक दुकान को टारगेट कर लिया था।
6 मामलों में आरोपित
दलवीर के अपराधिक इतिहास में पुलिस को छह मामलों की जानकारी हुई है। जो कि कासगंज,मैनपुरी बंदायूं में दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपित सुमित उर्फ सुरेन्द्र सिंह के खिलाफ कासगंज में रेप और पॉक्सो एक्ट में एक रिपोर्ट दर्ज है।