अस्पताल के निदेशक को हटाने की मांग
लखनऊ : कोरोना के चलते पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। केन्द्र के साथ सभी प्रदेश सरकारें महामारी को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहीं हैं। डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे हैं। लेकिन देश भर में डाक्टरों व चिकित्सा कर्मियों का आरोप है कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे उनकी व उनके परिवार की जान संकट में है। ऐसी ही मांग उठाने पर लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में नर्सों ने चिकित्सा अधीक्षक पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। जिसके विरोध में यह नर्सें हर रोज सांकेतिक हड़ताल भी कर रही हैं। नर्सिंग एसोसिएशन की इस जायज मांग और सांकेतिक हड़ताल को विभिन्न कर्मचारी संगठनों का समर्थन भी मिलने लगा है।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अपने सभी स्वास्थ्य संगठनों के साथ नर्सों के आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया। परिषद के सभी संगठनों ने बलरामपुर अस्पताल के निदेशक को हटाने की मांग की है। परिषद ने के महामंत्री अतुल मिश्रा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निदेशक के समस्त प्रशासनिक अधिकार तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है। आंदोलन के आज तीसरे दिन गुरुवार को बलरामपुर चिकित्सालय के सभी नर्सिंग कर्मियों ने निदेशक कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर संकेतिक विरोध किया।
जिसमें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी व अस्पताल के तमाम कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी भी शामिल हुए। नर्सिंग एसोसिएशन को डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशनए राजकीय ऑप्टोमेट्रिस्ट एसोए लैब टेक्नीशियन एसोसिएशनएए एक्सरे टेक्नीशियन एसोसिएशनए ईसीजी टेक्नीशियन एसोसिएशनए प्रयोगशाला सहायक संघए कुष्ठ चिकित्सा कर्मचारी संघए प्रोवेन्शियलए फिजियोथैरेपिस्ट एसोसिएशनए राजकीय फार्मासिस्ट महासंघ ने का समर्थन मिला है।
बता दें कि बलरामपुर अस्पताल की नर्सों ने आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी के दौरान मास्टए दस्तानेए सैनिटाइजर आदि जरूरी संसाधन मुहैया कराने की मांग की है। आरोप है कि इस पर अस्पताल के निदेशक ने नर्सों के साथ अभद्रता की। जिसके विरोध में नर्सों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।