हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कालिया का निधन अपूर्णीय क्षति : मनीष पाण्डेय
हिन्दुत्व और सनातन के महान योद्धा के रूप में पहचाने जाएंगे संदीप कालिया
अयोध्या। हिंदू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कालिया की हृदयाघात से हुई आकस्मिक मृत्यु पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय के नेतृत्व में अयोध्या के सरयू तट पर उनकी चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, इस अवसर पर संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय ने कहा ने कहां कि संदीप कालिया हिंदुत्व की चेतना के प्रतीक थे। जिनके रोम रोम में हिंदुत्व और सनातन की परंपराएं निवास करती थीं। वह हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को साकार रूप देने के लिए वीर सावरकर के सपनों को साकार करने के प्रति संकल्पित थे। श्री कालिया एक ऐसी दिव्य विभूति थे जिन्हें ईश्वर ने संघर्षशील मनोवृति का बना कर हिंदुत्व की साधना के लिए विशेष रूप से भेजा। उन्होंने अंतिम क्षण तक हिंदू राष्ट्र के लिए कार्य किया और संगठन को मजबूत करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत राम लोचन शरण शास्त्री राजन बाबा ने कहा किआज राष्ट्र की अपूरणीय क्षति हुई है, जब हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का एक पुरोधा संदीप कालिया नाम का व्यक्तित्व हमारे बीच से चला गया है। महंत नारायण दास ने कहा कि कहा कि परमपिता परमेश्वर ने उस दिव्य आत्मा को हमारे बीच से जल्दी उठा लिया। अभी संगठन और राष्ट्र को उनसे कई अपेक्षाएं थी। जिन्हें वे अपने जीवन का आदर्श और लक्ष्य मानकर चल रहे थे । संदीप कालिया के चित्र पर माल्यार्पण अर्पित करने के पश्चात उपस्थित सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा सरयू जल हाथ में लेकर मंत्रोच्चारण के बीच श्री संदीप कालिया का तर्पण किया गया और शोक पूर्ण परिवेश में दिवंगत आत्मा की शांति व सदगति के लिए संगठन की ओर से परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार को इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की भी प्रार्थना की। उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा इस अवसर पर संकल्प लिया गया कि आज उनके ना होने से उनकी वह सोच कुंठित और बाधित हुई है, परंतु पार्टी उनके लिए गए निर्णय और व्यक्त किए गए संकल्प को पूर्ण करने के प्रति संकल्पित रहेगी। श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख लोगों में हीरामणि पांडेय, उपेंद्र दास, जितेंद्र कुमार, रोहन, कृष्ण बिहारी, अंकित मौर्य, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।