-मनमाने ढंग से बॉर्डर पर ड्यूटी को अंजाम दे रहे कुछ अधिकारी।
भारत नेपाल के गौरीफंटा बॉर्डर पर लगी वाहनों की कतार।
लखीमपुर पलियाकलां-खीरी : कोरोना संक्रमण के बीच गौरीफंटा बार्डर पिछले करीब छह माह से बंद है। जिसके चलते बॉर्डर पर दोनों देशों के नागरिकों का आवागमन बाधित चल रहा है। लेकिन इन सब के बीच भारत से आवश्यक मालवाहक वाहन मित्र राष्ट्र नेपाल में भेजे जा रहे हैं। बॉर्डर पर तैनात कस्टम अधिकारियों की लेटलतीफी के चलते बॉर्डर पर वाहनों की कतारें लग जाती हैं। वाहनों की कतारों के बाद लगने वाले जाम से आम लोगों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है
मित्र राष्ट्र नेपाल व भरत के बीच अति आवश्यक सामानों का आदान-प्रदान लगातार जारी है। सुबह होते ही दर्जनों की संख्या में मालवाहक वाहन बॉर्डर पर पहुंच जाते हैं जोकि कस्टम व एसएसबी से इंट्री लेने के बाद नेपाल में प्रवेश लेते हैं। बॉर्डर पर तैनात वन विभाग हो या एसएसबी या फिर पुलिस सभी अपनी ड्यूटी को पूर्ण ईमानदारी से अंजाम दे रहे हैं लेकिन कस्टम विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते बॉर्डर पर पहुंचने वाले वाहनों से लगने वाली जाम की समस्या समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। अधिकारियों के कार्यालय पर देरी से पहुंचने के चलते वाहनों को पास नहीं दिया जाता जिससे बॉर्डर पर आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न होती रहती है। जिसका सामना अन्य वाहन चालकों व सवारियों को करना पड़ता है। इस संबंध में जब कस्टम के अधिकारियों से उनका पक्ष लेना चाहा तो उनका फोन नहीं लग सका।