प्रयागराज: लालापुर क्षेत्र के मदारिया पहाड़ से होते हुए शंकरगढ़ को जोड़ने वाली 02 किलोमीटर गिट्टी बिछी अधूरी सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। मजबूरी में इस मार्ग से स्कूली बच्चों, महिलाओं और आम जनता को रोज गुजरना पड़ता है। बारा विधानसभा में विकास कार्यों के नाम पर कई कार्य हुए लेकिन इस अधूरी सड़क के बारे में किसी जनप्रतिनिधि ने कभी कोई आवाज नहीं उठाई।
लालापुर तरहार क्षेत्रवासियो को विकास खण्ड शंकरगढ़ मार्ग से जोड़ने वाली यह एक मात्र शॉर्टकट सड़क है। जहां से रोज सैकड़ों की संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। पढ़ने वाले स्कूली बच्चों के लिए यह एक महत्वपूर्ण सड़क है। लेकिन इस सड़क पर बच्चों का चलना दूभर होता जा रहा है। इस सड़क पर साइकल मोटरसाइकिल से चलाना तो दूर पैदल चलना भी बहुत कठिन हो गया है।
इस सड़क की स्थिति को लेकर सूत्र के अनुसार तरहार वासियों ने आंदोलन करने का भी मन बना रहे हैं।रामजानकी जन कल्याण समिति के अध्यक्ष शिवेंद्र पांडेय इस मुद्दे को कई बार उठाया लेकिन नतीजा शून्य रहा। शिवेंद्र पांडेय ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से कई बार कहा कि इस अधूरी सड़क का निर्माण कार्य पूरा कराया जाए लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।चुनाव के समय नेताओं और जनप्रतिनिधियों के द्वारा किये गए सारे वादे पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं।
श्री पाण्डेय ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि वन विभाग द्वारा एनओसी न मिलने के कारण इस सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है क्योंकि जो सड़क अधूरी है वह जमीन वन विभाग की है और वन विभाग अपनी जमीन सड़क मार्ग के लिए नहीं दे रहा है।