लखनऊ : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के 1500 से अधिक अनुबंधित कर्मचारियों ने जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गेट पर सरकार द्वारा अपनी सेवाओं की समाप्ति का विरोध करते हुए नारेबाज़ी की और कई घंटों तक सड़क जाम रखा। कोरोना वायरस के चरम पर इन कर्मचारियों ने ‘कोरोना वॉरियर’ के तौर पर अपनी सेवाएं दी थीं सड़क जाम होने से यातायात प्रभावित हुआ, जिसके कारण पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बलपूर्वक प्रदर्शनकारियों को हटाया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प हो गई। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों के साथ यूज एंड थ्रो की नीति अपना रही है
सुनीता देवी नामक एक प्रदर्शनकारी ने सरकार पर कर्मचारियों का इस्तेमाल कर उन्हें हटाने की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘हमसे वादा किया गया था कि अगर हमने कोविड-19 की अवधि के दौरान बेहतरीन तरीके से सेवा की तो हमें सेवाओं में नियमित कर दिया जाएगा। लेकिन नियमितीकरण के बजाय, उन्होंने कोविड की भयावह लहर के दौरान हमारा उपयोग करने के बाद बर्खास्त कर दिया