राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जनपद गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता की
लखनऊ : प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज जनपद गोरखपुर स्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्य अतिथि के तौर पर दिए गए दीक्षा उद्बोधन का विशेष उल्लेख किया और कहा यह उद्बोधन युवा पीढ़ी को अवश्य अनुप्राणित करेगा। उन्होंने उनके उद्बोधन में महिला कर्मचारियों को औद्योगिक प्रतिस्पर्धा में बेहतर सहयोगी साबित होने के उल्लेख पर हर्ष व्यक्त किया। राज्यपाल जी ने उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुँचाने हेतु प्रतिबद्धता के लिए आव्हान किया। उन्होंने कहा समग्र शिक्षा का उद्देश्य न केवल विद्यार्थियों को अकादमिक सफलता के लिए तैयार करना है,
बल्कि उन्हें जीवन की सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम बनाना भी है। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य सिर्फ डिग्रीधारी युवा तैयार करना नहीं, वरन् देश की जरूरतों के अनुसर मानव संसाधन तैयार करना है। राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में विश्वविद्यालय को हाल ही में नैक मूल्यांकन में ए ग्रेड प्राप्त होने का उल्लेख करते हुए, विश्वविद्यालय स्तर को और बेहतर करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय को भारत सरकार के इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित परियोजना चिप टू स्टार्ट अप के अंतर्गत सेमीकण्डक्टर चिप डिजाइन की दिशा में कार्य करने हेतु चुने जाने पर प्रशंसा व्यक्त की।समारोह में राज्यपाल ने 1290 विद्यार्थियों को उपाधि वितरण किया, इनमें 941 छात्र एवं 339 छात्राएं हैं। पदक प्राप्त करने वालों में 790 बी0टेक0, 42 बी0बी0ए0, 194 एम0टेक0, 38 एम0एस0सी0, 68 एम0बी0ए0, 63 एम0सी0ए0 (तीन वर्ष), 68 एम0सी0ए0 (दो वर्ष) तथा 27 विद्यार्थी पी0एच0डी0 के हैं। इस दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुल 39 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
राज्यपाल ने सभी विद्यार्थियों को उपाधि प्राप्त होने पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह में प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज का समय द्रुत गति से तकनीक विकास का है। इसलिए छात्रों की प्रायोगिक शिक्षा बेहद आवश्यक है, जिससे वे शिक्षा के साथ और उपाधि प्राप्त करने के बाद समाज के विकास में योगदान दे सकें। कुलपति प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय ने समारोह में विश्विद्यालय की प्रगति तथा शिक्षणेत्तर गतिविधियों की जानकारी दी। समारोह में मुख्य अतिथि एवं एम0जी0 मोटर्स इण्डिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने विद्यार्थियों को दृढ़ इच्छा शक्ति, परिश्रम और लगन से कार्य करने की प्रेरणा देते हुए उनके आगामी जीवन में सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर समारोह में विश्वविद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक, विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी तथा आंमत्रित अतिथि उपस्थित थे।