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तीन करोड़ की लागत से बन रहे स्कूल भवन निर्माण में किया जा रहा घोर भ्रष्टाचार।

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फतेहपुर84/उन्नाव : ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को बेहतर शिक्षा मिले,इस उद्देश्य से जनपद के सभी ब्लाक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की शुरुआत की गई थी।नवोदय विद्यालय की तर्ज पर संचालित इन स्कूलों में बालिकाओं को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ आवासीय सुविधा दी जा रही हैं, ये विद्यालय अभी आठवीं कक्षा तक संचालित हो रहे हैं लेकिन इन स्कूलों में जल्द ही 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं भी संचालित होगी।इसके लिए शासन स्तर से विद्यालयों को उच्चीकृत कर निर्माण कार्य हेतु कार्यदाई संस्था को ठेका देकर संस्था द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है।जिसमें मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
 उन्नाव जनपद के फतेहपुर84 ब्लाक अन्तर्गत ग्राम पंचायत कठिघरा में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के उच्चीकरण हेतु इन दिनों नवनिर्मित भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें तीन करोड़ पन्द्रह लाख की लागत से हास्टल एवं अध्यापन हेतु  35&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA215;35 वर्गमीटर भवनों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।पढ़ाई के लिए  बनने वाले कमरों के निर्माण कार्य में के प्रारंभिक दौर में ही मानक की अनदेखी की जा रही है।ठेकेदार की मनमानी से अनियमितता की जा रही है।जबकि जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे
 फतेहपुर84 ब्लाक में &https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8220;बा&https://www.youtube.com/channel/UCcj8JxdUrXPVdAxW-blFheA8221; विद्यालय के उच्चीकृत हेतु ठेकेदार द्वारा बनवाई जा रही बिल्डिंग में नियमों को ताक पर रखकर निर्माण कराया जा रहा है।करोड़ों की लागत से बनाए जा रहे भवन के लिए अभी नींव भराने का काम किया जा रहा है।प्रारंभिक निर्माण कार्य में जिम्मेदारों द्वारा खेल शुरू कर दिया गया है।भवन को भूकंपरोधी पाऊर्मेट पर बनाया जाना है।पर इस बिंदु पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।भवन निर्माण कार्य में दोयम दर्जे की ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है।जबकि भवन निर्माण सम्बन्धी कामों में एक नम्बर की ईंट से निर्माण कार्य किया जाना चाहिए।वहीं भवन के स्ट्रैचर को खड़ा करने के लिए बिना सरियों के मानक अनुसार कहीं मोटी तो कहीं पतली सरिया डाल कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है।जबकि कार्य के समय मौके पर जेई तथा सम्बन्धित ठेकेदारों को अनिवार्य रुप से रहना चाहिए लेकिन सम्बन्धित जेई एवं ठेकेदार द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है।लोगों का कहना है कि निर्माण में अभी से गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है तो इसका भविष्य कैसे सुरक्षित रह सकेगा।

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