लखनऊ : मौलाना सुफियान निजामी ने कहा की हजरत मौना अरशद मदनी साहब मुल्क की एक अहम और जिम्मेदार शख्सियत हैं और मुझे लगता है कि जो बात उन्होंने कही है वह बहुत संजीदगी के साथ कहीं है एजुकेशन के सिलसिले में और औरतों और को एजुकेशन के सिलसिले में जिस तरह के की बात उन्होंने कही है उस पर गौर करने की जरूरत है और खास तौर पर मॉब लिंचिंग के सिलसिले में जो बातें उन्होंने कही हैं 100 फ़ीसदी सही बातें हैं इसलिए कि जो मॉब लिंचिंग जो मुसलसल हो रही है वह कहीं ना कहीं सुनियोजित साजिश के तहत रणनीति के तहत की जा रही हैं और फिर से जो इलेक्शन से पहले उस पर जिस तरीके से तेजी हो रही है वह कहीं ना कहीं पोलराइजेशन की राजनीति के तहत किया जा रहा है इसलिए मेरा यह मानना है कि जो लोग मोब लिंचिंग की निंदा करते हैं या उनके मुखालिफत के नारे लगाते हैं
वह इस पर कानून बनाने के लिए आगे क्यों नहीं आते है या जिस तरीके से दूसरी चीजों पर कानून बनाने के हामी जो लोग हैं वो मॉब लिंचिंग और मुसलमानों के कत्लेआम पर कानून बनाने की बात क्यों नहीं करते अगर वह बात करें तो उन पर किसी को एतराज नहीं होगा लेकिन वो जिस तरीके से इस पर राजनीति करते हैं या जिस तरीके से मुसलमानों का कत्ल होता है उस पर जिस तरीके से खामोशी होती है कहीं ना कहीं यह तमाम चीजें उनके नियतो पर भी सवाल खड़ा करता है