इटावा : जनपद इटावा के गमा देवी कॉलोनी में बृजेंद्र सिंह के घर में एक 6 फ़ीट लम्बे घोड़ा पछाड़ सर्प के छिपे होने की सूचना मिशन स्नेक बाइट डेथ फ्री इंडिया के यूपी कोर्डिनेटर सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को फोन पर दोपहर 12 बजे मिली। सूचना मिलते ही तत्काल सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी अकेले ही मौके पर पहुंचे तो देखा कि,घर वाले सर्प देखकर बेहद ही डरे हुये थे। सर्प घर में बने नये टॉयलेट में छुपा बैठा था। डॉ आशीष ने उस सर्प को बिना किसी नुकसान पहुंचाए 2 मिनट मे ही सुरक्षित पकड़ लिया व उसे ले जाकर उसके प्राकृतवास में छोड़ भी दिया। वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने बताया कि,ये एक विषहीन प्रजाति का ही सर्प है, जिसमें कोई जहर नहीं होता है यह घरों में घुसकर सिर्फ चूहे ही खाता है । इसके किसी इंसान को काट लेने से कभी भी मृत्यु नही होती है। उन्होंने जनपद की जनता से निवेदन किया है कि,जनपद में अन्य किसी भी प्रकार के सर्प, जैसे कोबरा ,करैत या रसल वाइपर के दंश से पीड़ित होने पर किसी भी व्यक्ति को सही समय पर उपचार न मिलने पर उसकी मृत्यु अवश्य हो सकती है, अतः कभी किसी को कोबरा ,करैत सर्प की बाइट (दंश) हो जाये तो किसी भी झाड़ फूंक कर ढाक बजाने वाले ढोंगी या किसी सरसों पढ़कर फेंकने वाले तांत्रिक के पास बिल्कुल भी न जायें। कृपया तत्काल ही बिना समय गंवाये ही उस पीड़ित व्यक्ति या महिला को सैफई के मिनी पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड ले जाकर भर्ती करायें।
चूंकि, यह बरसात का समय भी है अतः रात्रि के समय में दिन में भी कहीं भी अंधेरे में जाते समय बेहद ही सावधान रहने की आवश्यकता है कृपया घर मे पुराना समान रखे हुये एरिया में या घर के बाहर कहीं भी जाये तो हमेशा जूते पहनकर व टोर्च लेकर ही जायें। हाल ही में जनपद में कोबरा व करैत बाइट से दो से तीन लोगो की व कल ही एक महिला की सही समय पर सही इलाज न मिलने पर असमय मौत भी हो चुकी है । जनपद इटावा में सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी के द्वारा लोगो को लगातार जागरूक करने का अब इतना ज्यादा असर हो चुका है कि,लोगो ने सर्पों को बिल्कुल मारना ही छोड़ दिया है अब ज्यादातर शहरी व ग्रामीण लोग लगातार कॉल कर संस्था ओशन महासचिव सर्पमित्र डॉ आशीष को 7017204213 पर किसी भी प्रकार के सर्प निकलने की सूचना देने लगे है। मकान मालिक ने सर्प का रेस्क्यू करने के लिये सर्पमित्र डॉ आशीष का व उनके साथ आये उनके सहयोगी विनय बाथम का विशेष आभार प्रकट किया ।