बहराइच।जनपद में मानव स्वास्थ्य की रक्षा, वायु गुणवत्ता पर बल देते हुए नीले आसमान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम द एयर वी शेयर वायु प्रदूषण की सीमा पार प्रकृति पर केंद्रित है, जिसमें सामूहिक जवाबदेही और कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया है ।
इसी थीम पर आधारित पयागपुर के कौशलेंद्र विक्रम इंटर कालेज में प्राचार्य प्रकाश पटेल की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गयी । चिकित्सा अधीक्षक डॉ विकास वर्मा ने बताया की नीले आसमान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के तहत समस्त जनपदों में 7 से 10 सितम्बर तक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में केवी ईकालेज के छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि हम सभी एक समान हवा में सांस लेते हैं और एक वातावरण हम सभी की रक्षा और पोषण करता है। प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है जिसका मुकाबला करने के लिए हमें मिलकर काम करना चाहिए।
बीपीएम सीएचसी पयागपुर अनुपम शुक्ल ने बताया कि नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का तीसरा अंतरराष्ट्रीय दिवस को ”द एयर वी शेयर” की थीम के तहत आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि शुद्ध वायु हमारे लिए अमृत है, इसको पाने के लिए हमें अपना गगन नीला रखना होगा। अशुद्ध वातावरण से होने वाली बीमारी के बोझ में वायु प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार है। यह दुनिया भर में मृत्यु और बीमारी के मुख्य परिहार्य कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण कोई राष्ट्रीय सीमा को नहीं पहचानता है। इसके अलावा, यह जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि, प्रदूषण के अन्य रूपों, सामाजिक और लैंगिक समानता के साथ आर्थिक विकास जैसे अन्य वैश्विक संकटों से भी गंभीरता से जुड़ी हुई है।इस अवसर पर नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा के अंतरराष्ट्रीय दिवस का इतिहास पर प्रकाश डालते हुए प्राचार्य श्री प्रकाश पटेल ने बताया कि26 नवंबर 2019 को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा के 74वें सत्र की दूसरी समिति ने 7 सितंबर को नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया। यह संकल्प सभी स्तरों पर जन जागरूकता बढ़ाने, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्यों को बढ़ावा देने, सुविधाजनक बनाने के महत्व और तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।इस दौरान मनीष द्विवेदी कालेज के शिक्षक व सैकड़ो छात्र गण उपस्थित रहे।