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सभी सीटों पर मतगणना पूरी होने के बाद सदस्यों को जीत के प्रमाणपत्र दे दिए गए हैं।

कानपुर :  में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव की सभी सीटों पर मतगणना पूरी होने के बाद सदस्यों को जीत के प्रमाणपत्र दे दिए गए हैं। इसके साथ ही अब जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने को लेकर सरगर्मियां शुरू हो गई हैं। जोड़तोड़ कर 17 सदस्यों का समर्थन जुटाने की हर संभव कोशिश की जा रही है। ऐसे में सबसे अधिक 12 सीटें जीतने वाली समाजवादी पार्टी और नौ सीटें जीतने वाली भाजपा का दावा है कि यह जादुई आंकड़ा उन्हें ही मिलेगा और वह बहुमत साबित कर अपना जिला पंचायत अध्यक्ष बनाएंगे। जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव की मतगणना में सोमवार को 13 सदस्यों का दावा करने वाली सपा का एक प्रत्याशी कम हो गया।

बुधवार सुबह होते होते भाजपा का एक सदस्य जीत गया। भीतरगांव ब्लॉक के बीरनखेड़ा से सोमवार को करीब एक हजार वोटों से जीत चुके सपा के कुलदीप सिंह मंगलवार को मतों के मिलान के बाद भाजपा के संतोष कुमार से 207 वोटों से हार गए। मंगलवार को भी सपा ने इस ब्लॉक में जीत चुके अपने प्रत्याशी को प्रमाणपत्र न देने की बात कहकर दबाव बनाने का आरोप लगाया था। सपा नेताओं ने अपने आलाकमान को भी नतीजों के संबंध में जानकारी दी है। भाजपा का दावा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 17 सदस्यों का समर्थन उसे आसानी से हासिल हो जाएगा। अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। भाजपा के जीते नौ सदस्यों में दो ही अनुसूचित जाति वर्ग से हैं। एक कैबिनेट मंत्री रहीं दिवंगत कमलरानी वरुण की बेटी स्वप्निल वरुण हैं, जो कि पतारा ब्लॉक के गिरसी से जीती हैं।

कोरोना से होने वाली मौतों की गिनती में घपला कर आंकड़े छिपाने का खेल

कानपुर : में कोरोना से होने वाली मौतों की गिनती में घपला कर आंकड़े छिपाने का खेल चल रहा है। रोजाना होने वाली मौतों पर पर्दा डालकर स्वास्थ्य विभाग अपनी जान बचाने में जुटा है। गिनती के इस खेल में सरकारी ही नहीं, निजी कोविड अस्पताल भी खिलाड़ी की भूमिका में हैं। विभाग की ओर से रोजाना जारी होने वाली रिपोर्ट में 24 घंटे में हुई मौतों का आंकड़ा तो कम होता है, लेकिन उससे पहले की मौतें कहीं ज्यादा होती हैं। रिपोर्ट में दो टके का तर्क दिया जाता है कि पहले हुई मौतों की जानकारी अस्पतालों से देरी से मिली। इसलिए पोर्टल पर अपडेट करने में विलंब हुआ। इस खेल के जरिये लोगों ही नहीं, बल्कि शासन की आंखों में धूल झोंककर कोरोना की भयावहता कम की जा रही है। मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कोरोना से 34 मौत होने की जानकारी दी गई।

रोगियों की मौत शहर के 13 कोविड अस्पतालों में बताई गई। इसमें खेल करते हुए 24 घंटे में मौतों का आंकड़ा महज आठ दिखाया, ताकि यह संदेश यह जाए कि एक दिन में सिर्फ इतने ही संक्रमित मरीजों की जान गई। बाकी 26 मौतों को 24 घंटे के पहले का बताया, जिन्हें पोर्टल पर देर से अपलोड किया। ये 26 मौतें न मंगलवार और न ही सोमवार के आंकड़े का हिस्सा बनीं। इस तरह 26 मौतें बट्टे खाते में चली गईं। इसी तरह सोमवार को 57 मौतों की रिपोर्ट जारी की गई। लेकिन, 24 घंटे के आंकड़े में सिर्फ छह मौतें बताई गईं। बाकी की 51 मौतें किस दिन हुईं, यह स्वास्थ्य विभाग ही जाने। मई के आंकड़ों में ये मौतें अब किसी दिन में नहीं जोड़ी गईं। इसी तरह रविवार को 18 मौत हुई थीं, लेकिन इस दिन के आंकड़े में सिर्फ सात मौत हैं। 11 मौतें कब हुईं, यह भी घपले में गईं। मौत के आंकड़े छिपाने का यह खेल लगातार किया जा रहा है।

कोरोना काल में अपनों से बिछड़ने के गम में डूबे लोगों से उगाही थमने का नाम नहीं ले रही

कानपुर : कोरोना काल में अपनों से बिछड़ने के गम में डूबे लोगों से उगाही थमने का नाम नहीं ले रही। मंगलवार को लालबंगला बाजार में दुकानदार विक्की ने अंत्येष्टि के सामान के एवज में 7600 रुपये वसूल लिए। जबकि, बाजार में इसकी निर्धारित कीमत महज 11 सौ रुपये है। इसका पता चलते ही औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के करीबी भारत गुजराल सहित अन्य लोग बाजार पहुंचे। वसूली का विरोध कर दुकानदार को फटकार लगाई और 6500 रुपये वापस कराए। भारत गुजराल ने बताया कि पुलिस ने भी दुकानदार का चालान किया है। बाजार के सभी दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि वे तय कीमत पर ही अंतिम संस्कार का सामान बेचें।

उधर, कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या घटने के साथ करीब बीस दिन बाद मंगलवार को अंतिम संस्कारों की संख्या घटकर 305 पर आ गई। वहीं प्रमुख मुस्लिम कब्रिस्तानों में 26 जनाजों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। यह संख्या भी रोज के मुकाबले कम रही। भैरव घाट शमशान घाट में रात करीब साढ़े 11 बजे नौबस्ता निवासी एक मरीज का शव पहुंचा। परिजनों ने बताया कि उनकी नोएडा के एक अस्पताल में मृत्यु हुई। शव वहां से लाकर रातभर घर में नहीं रखना चाहते थे। इसलिए रात में ही अंतिम संस्कार करा रहे हैं। इसके लिए लकड़ियों आदि की व्यवस्था पहले से कराई गई थी। नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक, भैरव घाट विद्युत शवदाह गृह में रात नौ बजे तक कोरोना संक्रमित मरीजों सहित 63 शव पहुंचे। इनमें से 16 शवों का इलेक्ट्रॉनिक भट्ठियों में अंतिम संस्कार किया गया। इसी परिसर में दिनभर में 46 शवों की अंत्येष्टि लकड़ियों से की गई। रात नौ बजे तक यहां चिताएं जलती रहीं। भगवतदास घाट शमशान घाट में 20 शव पहुंचे। इनमें से आठ का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह में और 12 का लकड़ियों से किया गया।

युवक की धारदार हथियार से हत्या

कानपुर : औरैया जिले में फफूंद थाना क्षेत्र के मानहो गांव के बाहर खेत में युवक का रक्तरंजित शव मिला। मृतक खड़गपुर निवासी जितेंद्र कुमार दोहरे (28) पुत्र रूपलाल है। वह मंगलवार शाम करीब 5 बजे महामाई मंदिर के पास सब्जी मंडी में सब्जी लेने गया था। इसके बाद घर नहीं पहुंचा। बुधवार सुबह शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी पर एएसपी शिष्यपाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के सिर व चेहरे पर धारदार हथियार से वार किए गए हैं। पुलिस हत्या के कारणों का पता लगाने के साथ छानबीन कर रही है।

रेलवे ने 16 ट्रेनों के फेरे बढ़ाने का फैसला किया है।

कानपुर : लॉकडाउन लॉकडाउन की आशंका के बीच अब गुजरात, महाराष्ट्र समेत गैर राज्यों में फंसे यूपी-बिहार के प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने की कवायद रेलवे ने तेज कर दी है। इसके तहत रेलवे ने 16 ट्रेनों के फेरे बढ़ाने का फैसला किया है। ये ट्रेनें मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, बांद्रा समेत अन्य राज्यों से अलग-अलग दिनों में चलेंगी। इनमें से कोई ट्रेन सप्ताह में एक दिन या दो दिन चलती थी। इन ट्रेनों में बुधवार से रिजर्वेशन शुरू हो जाएंगे।

इन ट्रेनों के बढ़ाए गए फेरे

09011 उधना से सोमवार यानी 10 मई को। 09012 दानापुर से बुधवार यानी 12 मई को चलेगी।

09035 मुंबई से मंडुआडीह मंगलवार 11 मई को चलेगी। 09036 मंडुआडीह से दादर 13 मई को चलेगी।

09073 बांद्रा से 9, 12 और 13 मई को चलेगी। 09074 गोरखपुर से 11, 14 और 15 मई को चलेगी।

09087 उधना से 14 मई तो 09088 छपरा से 16 मई को चलेगी

09117 मुंबई से 11 मई तो 09118 भागलपुर से 10 मई चलेगी।

09127 सूरत से 10 मई तो 09128 सूबेदारगंज से 11 मई।

09453 अहमदाबाद से 16 मई तो 09454 समस्तीपुर से 19 मई। 

09501 ओखा से 7 मई तो 09502 गुवाहाटी से 10 मई को चलेगी।

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