विकास दुबे को पुलिस टीम के ऑपरेशन का जानकारी देने का शक
लखनऊ :कानपुर में विकास दुबे के हाथों 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद शक के घेरे में आए चौबेपुर एसओ विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस के ऑपरेशन की मुखबिरी करने की खबरों के बीच आईजी मोहित अग्रवाल ने चौबेपुर एसओ को सस्पेंड कर दिया है। शुक्रवार देर रात ही एसओ विनय तिवारी को एसटीएफ ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। हालांकि इस कांड में विनय तिवारी की भूमिका अभी संदिग्ध है।
खबरों के मुताबिक चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के बीच सांठगांठ थी। पुलिस टीम पर हमले से एक दिन पहले तत्कालीन एसओ विनय तिवारी पीड़ित राहुल तिवारी के साथ विकास दुबे के घर समझौता कराने पहुंचे थे। जहां विकास दुबे ने एसओ के सामने ही न सिर्फ राहुल तिवारी को पीटा, बल्कि विरोध करने पर विनय तिवारी को भी बेइज्जत किया था।
500 लोगों के मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाए
विकास दुबे का साथ देने वालों कुंडली खंगालने में जुटी एसटीएफ, क्राइम ब्रांच व पुलिस ने अब तक 30 संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है। दर्जनों पुलिसकर्मियों के साथ करीब 500 लोगों के मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाए गए हैं। विकास दुबे के मोबाइल की काॅल डिटेल में कई पुलिसकर्मियों के साथ उसकी बातचीत के सबूत मिले हैं। एसओ चैबेपुर सहित आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी पर जांच एजेंसियों के राडार पर हैं