लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण ने सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए है। जिससे शहर में हड़कंप मच गया है। गुरुवार 308 नए मामले सामने आए है। वहीं इस दौरान 6 लोगों की मौत हो गई है। जिसने से 3 लखनऊ के ही है। गुरुवार को सुबह तक इसका आंकड़ा 50 तक ही पहुंचा था। लेकिन दिन बढ़ते ही इसकी संख्या भी बढ़ती चली गई। कोरोना से मरने वालों में पूर्व मंत्री भी शामिल है।
सपा सरकार में मंत्री रहे जगदीश पुर बलिया निवासी घूरा राम 63 वर्ष की अचानक तबियत बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने होने पर बुधवार को लगभग 11 बजे केजीएमयू में भर्ती कराया गया। जहां जांच में कोरोना की पुष्टि हुई। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह चार बजे मरीज की मौत हो गई। उन्हें डायबिटीज की भी समस्या थी। आइसीयू के डॉक्टरों ने जिंदगी बचाने का पूरा प्रयास किया। लेकिन रेस्परेटरी फेल्योर हो गया। फेफड़ों ने काम करना पूरी तरह बंद कर दिया था। ऐसे में मरीज की मौत हो गई।
जलालपुर अंबेडकर नगर निवासी 55 वर्षीय महिला 13 जुलाई को भर्ती की गई। वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा था। कार्डियो पल्मोनरी अरेस्ट होने से मरीज की सांसें थम गईं। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश ने 52 वर्षीय बाराबंकी निवासी पुरुष की कोविड अस्पताल में मौत की पुष्टि की। इसके अलावा लखनऊ के आदिल नगर निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग की बीकेटी के आरएसएम अस्पताल में कोरेाना से मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग ने लखनऊ में तीन मरीजों की कोरोना से मौत होने का दावा किया है। लखनऊ में कोरोना से मृतकों की संख्या 43 पहुंच गई है। लखनऊ के हाईकोर्ट में 6 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसके बाद परिसर को रविवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं सीएम योगी के कार्यालय के कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आ गए है
308 कोरोना मरीजों में 150 भर्ती
लखनऊ चीन का वुहान शहर बन चुका है। गुरुवार को शहर में 308 कोरोना मरीज मिलने के बाद सिर्फ 150 मरीज भर्ती हो सकें। है। यानि 50 फीसदी मरीज घर पर ही है। सूत्रों की मानें तो कई मरीजों की हालत गड़बड़ है। वहीं केजीएमयू, लोहिया, पीजीआई के अलावा बीकेटी का आरएसएम व लोकबंधु अस्पताल के बेड फुल हो गए है। सरसवां निवासी मरीज की निजी लैब में कोरोना की पुष्टि हुई। संक्रमित युवती की सांस फूलने लगी। कई बार सीएमओ कंट्रोल रूम फोन किया। लेकिन देर शाम तक उसे भर्ती नहीं किया जा सका है