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चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने पीजीआई में कोविड अस्पताल का किया निरीक्षण

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अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए तैयार

लखनऊ :चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने पीजीआई के ट्रॉमा में बनाये गए राजधानी कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा लिया। यहां ट्रॉमा में बना राजधानी कोविड अस्पताल कोरोना वायरस के संक्रमण वाले गंभीर मरीजों के इलाज के लिए तैयार है। यहां जीवनरक्षक उपकरणों से लैश 25 वेंटिलेटर बेड और 40 आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं। शासन से हरी झंडी मिलते ही इन्हें क्रियाशील कर दिया जाएगा। हालांकि यह अस्पताल में 210 बेड की क्षमता का होगा। जिसमें 80 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड और 130 आइसोलेशन वार्ड होंगे।

श्री खन्ना ने यहां तैयार आईसीयू और आइसोलेशन वार्ड को देखा। शासन ने दो दिन पहले ही पीजीआई के ट्रामा में 210 बेड का आधुनिक राजधानी कोविड अस्पताल बनाने की घोषणा की थी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमान और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित अग्रवाल के साथ कोविड अस्पताल के लिए गठित कोविड टॉस्क के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए। अस्पताल में जो भी जरूरी उपकरण और संसाधन जरूरी हैं। सरकार उपलब्ध कराएगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पीजीआई के ट्रॉमा में बनाये गए कोविड अस्पताल में कोरोना वायरस के संक्रमण वाले मरीजों के इलाज को लेकर जारी की गई गाइड लाइन के बारे में सभी को बताया। सभी से कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के प्रति पूरी तरह तैयार रहें। सरकार हर सम्भव मदद करेगी।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने पीजीआई की पुरानी ओपीडी में बनाये गए 10 बेड के कोरोना वार्ड का निरीक्षण किया। वहां भर्ती कोरोना से पीडि़त सिंगर कनिका की सेहत के बारे पुछा। मंत्री ने वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ से मिलकर उनके अनुभव साझा किए। मंत्री ने इन कर्मियों के योगदान को सराहा।

पीजीआई निदेशक डॉ. राधाकृष्ण धीमान ने कोविड अस्पताल में कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज और निगरानी के लिए 11 कोविड टॉस्क गठित की हैं। जिसके चेयरमैन खुद डॉ. धीमान हैं। यह टॉस्क कोविड आईसीयू, आइसोलेशन, दवा वितरण, भोजन आदि की अलग-अलग सुविधाओं की देखरेख साथ जिम्मेदारी निभाएंगे।

टेलिमिडिसन विभाग को भी देखा

पीजीआई का टेलीमिडिसन विभाग कोरोना मरीजों के इलाज के लिये तैयार 51 मेडिकल कालेज के करीब 500 डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित कर रहा है। मंत्री सुरेश खन्ना ने टेलिमिडिसन विभाग में जाकर इसे देखा। यहां विभाग के प्रमुख डॉ. एसके मिश्रा के निर्देशन में टेलीमेडिसिन विभाग द्वारा तैयार साफ्टवेयर के जरिये प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण वाले मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हें मरीजों के साथ साथ खुद की कैसे देखभाल करें? ताकि स्टाफ संक्रमण की चपेट में न आने पाए। प्रदेश सरकार ने पीजीआई के टेलीमेडिसन विभाग को यह जिम्मेदारी दी है।

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