कानपुर : बीते वर्ष पांच अक्टूबर को घाटमपुर के बसंत बिहार मोहल्ला निवासी मेडिकल स्टोर संचालक रवि मोहन की हत्या का रविवार को पुलिस ने का खुलासा कर दिया। इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम उसकी पत्नी ने प्रेमी व एक रिश्तेदार के साथ मिलकर दिया था। मृतक की पत्नी व रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया है। प्रेमी को पहले ही पुलिस जेल भेज चुकी थी।
पत्नी ने ही थाने में दर्ज कराई थी गुमशुदगी
मेडिकल स्टोर संचालक रवि मोहन पांच अक्टूबर को रहस्यमय ढंग से लापता हो गए थे। उनकी पत्नी रेनू ने घाटमपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। अगले दिन रवि मोहन का शव बांदा जिले के बबेरू थाना अंतर्गत बदेहदू गांव में नहर के पास पड़ा मिला था। जिस पर रवि मोहन के चाचा ने जाकर शिनाख्त की थी। घटना के बाद रवि मोहन के चाचा ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। साथ ही रवि मोहन के घर पर रहने वाले उसके भांजे फतेहपुर निवासी महेंद्र कुमार उर्फ मोनू पर शक जताया था। पुलिस ने जांच के बाद महेंद्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इसके बाद रवि मोहन के चचेरे भाई ने पुलिस की विवेचना से असंतोष जताते हुए डीआइजी से गुहार लगाई थी। तब मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच स्थानांतरित कर दी गई थी। रविवार को क्राइम ब्रांच के विवेचक रामबाबू ने इस घटना का खुलासा किया।
एसपी क्राइम डॉ.सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विवेचना में सामने आया है कि रवि मोहन की हत्या उसकी पत्नी रेनू ने रवी मोहन के भांजे महेंद्र और चित्रकूट जिला कर्वी थाना अंतर्गत संग्रामपुर गांव निवासी चंद्रप्रकाश उर्फ भोले के साथ मिलकर की थी। रेनू ने जुर्म कबूल करते हुए बताया है कि उसके महेंद्र से अवैध संबंध थे,जिस पर पति एतराज करता था और आए दिन झगड़ा होता था। इसी से तंग आकर उसने रवि मोहन की महेंद्र व एक रिश्तेदार चंद प्रकाश के साथ मिलकर हत्या कर दी।