लखनऊ : राजधानी में लॉकडाउन के बीच अफवाहों पर भी लोग ध्यान देने लगे हैं। 20 अप्रैल से सरकारी दफ्तर खुलने और कुछ उद्योगों को सशर्त छूट मिलने से गलत फहमी में लोग सड़कों पर बड़ी संख्या में निकल पड़े। जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को मिली आनन-फानन में उसने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर लोगों को रोक दिया। कुछ लोगों ने ऑफिस जाने की भी बात कर दी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था (जेसीपी) नवीन अरोड़ा भी अलग-अलग क्षेत्र में जाकर लोगों को वापस घर भेजने लगे। जेसीपी कानून व्यवस्था के मुताबिक 1090 चैराहे पर चेकिंग के दौरान एक ही गाड़ी में चार से पांच लोग तक सवार मिले। जो शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे थे। इसके बाद लोगों को गाड़ी से उतरवाकर दो शिफ्ट में घर जाने के लिए कहा गया। लोगों ने उन्हें बताया कि राजधानी में पूर्ववत बंद है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं हो पाई थी। वे गलत फहमी में बाहर निकल आए थे।
इस दौरान बेवजह निकलने वाले लोगों की गाडियों का चालान भी किया गया। जेसीपी ने मातहतों के साथ अलग-अलग इलाकों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया और उनसे घर में रहने की अपील की। वहीं यहियागंज बाजार में लोग दुकानों के बाहर भीड़ लगाए नजर आए। यहां पर भी शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ती देखी गईं। दुकानदार भी लोगों को आपस में दूरी बनाकर खड़े रहने के लिए नहीं कह रहे थे। जानकारी मिलने पर चैक पुलिस ने वहां जाकर भीड़ हटवाई और शारीरिक दूरी बनाकर खड़े होने के निर्देश दिए।
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने हाल में कुछ डीसीपी के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया था। जेसीपी के मुताबिक सभी डीसीपी को अपने इलाके के हॉटस्पॉट का निरीक्षण करने के लिए कहा गया था। पुराने लखनऊ के हॉटस्पॉट क्षेत्र में डीसीपी पश्चिम सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और सदर के चिह्नित इलाकों में डीसीपी सोमेन वर्मा ने मातहतों के साथ स्थिति का जायजा लिया। इस दौरन ड्रोन कैमरों से आस-पास के इलाकों पर भी नजर रखी गई।
बता दें कि, लोगों के घरों से बाहर निकलने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बैठक कर मातहतों को हर हाल में लोगों से लॉकडाउन का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। पुलिस आयुक्त के मुताबिक शासन के निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार से आवश्यक सेवा को छोड़कर कार्यालयों में जाने वाले लोग अगर सुबह साढ़े नौ बजे के बाद सड़क पर मिलेंगे तो उनके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी। पूर्व में जारी आदेश के अनुसार इन कर्मचारियों को शाम छह बजे के बाद ही ऑफिस से निकलना होगा।