New Ad

यूपी के 75 जिलों में रेड जोन, ऑरेंज जोन, ग्रीन जोन घोषित, देखें पूरी लिस्ट

0

लखनऊ : कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन है। इन दिनों सबके मन में सवाल है कि 3 मई के बाद क्या होगा? सवाल उठ रहे हैं कि क्या 3 मई के बाद लॉकडाउन खत्म होगा? या फिर कुछ और दिनों तक कुछ शहरों में पाबंदियां रहेंगी? या लॉकडाउन के साथ कुछ रियायतें मिलेंगी? माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इसे लेकर जल्द ही नई गाइडलाइन जारी कर सकती है। कहा जा रहा है इस दिशा-निर्देश में अलग-अलग ज़ोन के हिसाब से लोगों को छूट मिल सकती है।

दरअसल, COVID-19 संक्रमण के लिहाज से भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा देश के 733 जिलों को तीन अलग-अलग जोन में बांटा गया है। ये हैं ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन। ग्रीन जोन में वे जिले रखे गए हैं, जहां पिछले 28 दिनों से कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, ऑरेंज ज़ोन में वे जिले हैं, जहां पिछले 14 दिनों में कोरोना का कोई नया केस नहीं आया है। रेड जोन में सबसे ज्यादा संक्रमण झेल रहे जिले हैं। माना जा रहा है कि जोनवार ही लॉकडाउन में ढील मिलेगी। इसमें रेड जोन को तो फिलहाल छूट मिलने की संभावना नहीं है।

इस लिस्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 19 जिले रेड जोन में हैं, जबकि 36 जिले ऑरेंज जोन में रखे गए हैं. वहीं, 20 ऐसे भी जिले हैं, जिन्हें ग्रीन जोन में रखा गया है। यानी अगर छूट मिलती है तो ग्रीन जोन वाले जिलों को इसका सबसे ज्याा लाभ मिलने की उम्मीद है।

रेड जोन

आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली।

ऑरेंज जोन

गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, बस्ती, बदायूं, संभल, औरैया, शामली, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशाम्बी।

ग्रीन जोन

बाराबंकी, खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकर नगर, बलिया, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, अमेठी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.