लखनऊ : समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ शनिवार को मंडल दिवस मनाएगा। इसी दिन सात अगस्त, 1990 को मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करने की घोषणा हुई थी। मंडल आयोग की सभी सिफारिशों को लागू कराने की मांग को लेकर शनिवार को समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ, प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारियों को सौंपेगा।
प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ कर रही है। आरक्षण समाप्त किया जा रहा है। पिछड़े, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और महिलाओं के साथ बर्बरतापूर्ण अन्याय और अत्याचार चरम सीमा पर है। सरकार की गलत नीतियों के चलते समाज के हर वर्ग के अधिकार खतरे में हैं। इसलिए शनिवार को प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांग मंडल कमीशन की सभी सिफारिशें पूरी तरह से लागू कराने, जातीय जनगणना कराने और आबादी के अनुपात में सभी को हिस्सेदारी दिए जाने की है। इसी तरह आरक्षित वर्ग को बैकलाग भर्ती शुरू करके नौकरियां एवं सुविधाएं दी जाए। मेडिकल की परीक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण रोके जाने पर लगभग 10 हजार सीटों का नुकसान हुआ है, इसकी क्षतिपूर्ति की जाए। निजी क्षेत्र में भी मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू कर आरक्षण का लाभ दिया जाए।
गुरुवार को अखिलेश यादव ने प्रदेश भर में साइकिल यात्रा निकाली थी। जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर तंज कसा था। साइकिल यात्रा से पहले अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम बताया। उन्होंने कहा कि अभी तक तो हम 350 सीट जीतने की बात करते थे, लेकिन प्रदेश की जनता की भाजपा से नाराजगी को देखकर अब लगता है कि सपा आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीत लेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग मेनिफेस्टो नहीं, मनीफेस्टो बनाते हैं। अखिलेश ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को लैपटाप चलाना नहीं आता है, इसलिए उन्होंने लैपटाप नहीं बांटा। मुख्यमंत्री योगी के बयान जो जय श्रीराम नहीं बोलता मुझे उसके डीएनए पर थोड़ा शक है पर अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री को डीएनए के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्हें डीएनए का फुल फार्म भी नहीं पता होगा।