स्थानीय रेलवे स्टेशन का मामला
बाराबंकी : स्थानीय रेलवे स्टेशन पर मची लूट खसोट की पोल अब परत दर परत खुलने लगी है रंग रोगन में भी खेल किया जा रहा है जो अब चर्चा का विषय बना है । विदित हो कि कोरोना काल से ही ट्रेनों का आवागमन बंद है जिससे जहां स्टेशन व परिसर की हालत बिगड़ गई है वहीं पूर्व में कराए गए रंग रोगन की चमक भी फीकी पर गई है जिससे स्टेशन का सुंदरीकरण बिखर सा गया है अब जब एक बार फिर रेल महकमा इसे पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है और रेलवे स्टेशन को सजाने संवारने के निर्देश दिए है तब साफ सफाई के साथ-साथ रंग रोगन का कार्य जारी है लेकिन ठेकेदार रेल महकमे के निर्देश पर कितना खरा उतर रहा है यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है ।
लोगों का कहना है कि ठेकेदार पुट्टी की जगह पेंट से काम चला रहा है वही बीच में छोड़ छोड़कर रंग रोगन भी किया जा रहा है जिससे उसकी गुणवत्ता तो प्रभावित हो ही रही है साथ ही राजस्व का भी नुकसान हो रहा है हद तो तब हो जाती है जब ठेकेदार के इस कृत्य को कोई देखने सुनने वाला नहीं है जिससे ठेकेदार की मनमानी चरम पर है जांच कराई जाए तो कलाई खोली जा सकती हैं लेकिन जांच करें कौन जब भ्रष्टाचार के इस हमाम में सभी नंगे हैं ।