बाराबंकी : जनपद अंसद्रा थाना क्षेत्र के चुन्नूपुरवा मजरे जरौली गांव में 6 दिनों से लापता महिला का शव संदिग्ध परिस्थितियों में गांव स्थित तालाब में शुक्रवार शाम उतरता ग्रामीणों ने देखा। जहां भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
भतीजे ने दी थी गुमशुदगी की तहरीर
असंद्रा थाना क्षेत्र के चुन्नू पुरवा मजरा जरौली गांव निवासिनी गुड्डा देवी (45) पत्नी स्वर्गीय आशाराम रावत कई वर्ष पूर्व पति के देहांत बेटे सुनील कुमार रावत पंजाब में मजदूरी करने से झोपड़ीनुमा घर में अकेले निवास करती थी। जो 30 जनवरी से घर से अचानक गायब हो गई। जिससे 2 दिनों बाद भतीजे धर्मराज रावत पुत्र बाबूलाल ने पुलिस से शिकायत कर गुमशुदगी दर्ज कराने की मांग की।
जिसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में शुक्रवार देर शाम घर से करीब 50 मीटर दूर स्थित गहरा तालाब में जमा पानी में उतराता स्थानीय महिलाओं ने देखा। इसकी सूचना पर यहां ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। इसकी सूचना पर एसएसआई धर्मेंद्र मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर शव को तालाब से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दूसरी घटना में भी नहीं पहुंचे थानाध्यक्ष 6 दिनों से लापता महिला के शव मिलने पर भी थानाध्यक्ष ने मौके के हालातों का जायजा नहीं लिया। पुलिस टीम को भेजकर शव का पंचनामा भरवाया। फोन पर सिपाही विनय कुमार द्वारा लोकेशन लेती जा रही थी। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश था। उनका कहना था कि एक दिन पूर्व सुखलाल पुरवा मजरे मिर्चिया गांव निवासी राजेश का शव मिलने पर भी मिलने पर एसपी अनुराग वत्स की फटकार पर मौके पर पहुंचे थे। यही हालात चुन्नूपुरवा गांव के भी थे। जहां पर थानाध्यक्ष देर शाम तक नहीं पहुंचे ना ही ग्रामीणों के बयान दर्ज किए।