महराजगंज रायबरेली : ग्राम सभा की सुरक्षित चारागाह की जमीन में धान की फसल लगाने वाले अवैध कब्जेदारों के हौसले बुलंद हैं। उपजिलाधिकारी द्वारा फसल न काटने की नोटिस के बावजूद अवैध कब्जेदार फसलें काटने में लगे हुए हैं, जिसका खामियाजा ग्राम प्रधान को भुगतना पड़ सकता है। उपजिलाधिकारी द्वारा जारी नोटिस में फसलों को ग्राम प्रधान द्वारा अपने सुपुर्द लेकर नीलामी कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, बावजूद उसके अवैध कब्जेदारों द्वारा स्वयं फसल काट कर प्रशासन को चुनौती दी जा रही है
गौरतलब है कि बावन बुजुर्ग बल्ला सहित अन्य गावों में ग्राम सभा की सुरक्षित जमीनों पर भूमाफियाओं द्वारा फसलें लगाने को लेकर मीडिया द्वारा खबरे प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद जागे तहसील प्रशासन ने राजस्व के नायब तहसीलदार रामकिशोर वर्मा, कानून गो श्रीकांत पांडेय, लेखपाल विपिन कुमार मौर्या व चकबंदी कानूनगो अशोक कुमार व लेखपाल नागेंद्र सिंह की संयुक्त टीम द्वारा बावन बुजुर्ग बल्ला गांव में गाटा संख्या 5124 के अवैध कब्जेदारों को नोटिस जारी कर फसल न काटने के निर्देश जारी किए गये। यही नहीं ग्राम प्रधान को भी नोटिस जारी कर फसल को अपने सुपुर्द लेकर नीलामी करवाये जाने के निर्देश टीम द्वारा दिये गये
किन्तु ग्राम प्रधान की ही सह पर अवैध कब्जेदारों ने नोटिस को ताख पर रखकर फसल काटना शुरू कर दिया है। मालूम हो कि तहसील प्रशासन द्वारा बल्ला ग्राम सभा के गाटा सं0 5124 के 2.854 रक्बे के आधा दर्जन से अधिक कब्जेदारों सहित ग्राम प्रधान को भी नोटिस जारी की गयी। मामले में उपजिलाधिकारी विनय मिश्रा ने कहा कि फसल न काटने की नोटिस जारी की गयी थी यदि फसल काटी जा रही है तो सारी जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की है और ग्राम प्रधान को फसल अपने सुपुर्द लेने के निर्देश भी दिये गये थे। टीम द्वारा जांच में फसल काटने की सत्यतता पाए जाने पर ग्राम प्रधान से रिकवरी की नोटिस जारी की जायेगी।