कानपुर : 42 हजार लाइसेंसों में सिर्फ 613 का ही पुलिस ने सत्यापन किया है। वहीं जिस आईपीएस (तत्कालीन सीओ लाइन) को एसआईटी ने दोषी ठहराया है,तब वे ट्रेनिंग पर थे। ऐसे में उनकी जगह पर तत्कालीन अनवरगंज सीओ जांच के दायरे में आ गए हैं। बता दे,बिकरू कांड की जांच करने वाली एसआईटी ने बीते सप्ताह आईजी मोहित अग्रवाल को रिपोर्ट भेजी। इसमें शस्त्र लाइसेंसों के सत्यापन में 11 अफसरों (पुलिस व प्रशासन) को दोषी ठहराया। इसमें दो आईपीएस ;तत्कालीन कानपुर डीआईजी अनंत देव और ट्रेनी आईपीएस व सीओ लाइन बीबीजीटीएस मूर्थी का नाम भी शामिल है।
जांच में पता चला कि जब चौबेपुर थाने से संबंधित शस्त्र लाइसेंस सत्यापित करने थे तब मूर्थी ट्रेनिंग पर थे। दो सप्ताह पहले सीओ लाइन का चार्ज छोड़ दिया था। उनकी जगह पर तत्कालीन अनवरगंज सीओ सैफुद्दीन बेग ;वर्तमान (एसीपी ट्रैफिक) लखनऊ के पास सीओ लाइन का चार्ज था। लिहाजा शस्त्र लाइसेंसों का सत्यापन उनकी जिम्मेदारी थी। सूत्रों के अनुसार अब जांच सैफुद्दीन के खिलाफ होगी।